आपदा प्रबंधन विशेषज्ञों की टीम पहुंची गोमुख, ड्रोन की सहायता से किया निरीक्षण

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 02:19 PM (IST)

उत्तरकाशीः उत्तराखंड में विशेषज्ञों ने गोमुख से लेकर गंगोत्री धाम तक गंगा भागीरथी में जमा मलबे से पैदा होने वाले होने खतरे की संभावनाओं को नकार दिया है। जानकारी के अनुसार, आपदा प्रबंधन के कार्यकारी निदेशक पीयूष रौतेला की नेतृत्व वाली टीम ने ड्रोन कैमरे की सहायता से गोमुख और आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया।
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आपदा प्रबंधन के कार्यकारी निदेशक ने मलबा जमा होने की घटना को प्राकृतिक बताया है। उन्होंने कहा कि इससे किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हो सकती है। इसके साथ-साथ टीम ने गोमुख के मुहाने पर भी झील बनने की संभावना से इंकार कर दिया है। मलबा आने से गोमुख-तपोवन का पारंपरिक ट्रेक जोखिम भरा हो गया है। इस पर बिना किसी सुरक्षा उपकरण और विशेषज्ञ गाइड के किसी पर्यटक को जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

बता दें कि पिछले साल गंगोत्री ग्लेशियर में नीला ताव टूटने से गोमुख के मुहाने पर झील बन गई थी। इसकी जांच के लिए भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान, वाडिया हिमालय भू विज्ञान संस्थान, भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग, सिंचाई विभाग और एसडीआरएफ की टीम ने गोमुख क्षेत्र का निरीक्षण किया था। 


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