इस कुण्ड में स्नान किए बिना पूरी नहीं होती केदारनाथ धाम की यात्रा

punjabkesari.in Sunday, May 12, 2019 - 06:35 PM (IST)

 

रुद्रप्रयागः 11वें ज्योर्तिलिंग बाबा केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। बाबा केदार के दर्शनों से पहले श्रद्धालु गौरीकुंड स्थित पौराणिक मंदिर में मां गौरी के दर्शन करते हैं।

जानकारी के अनुसार, बाबा केदार के दर्शनों के लिए आने वाले भक्तों को गौरीकुंड से केदारनाथ तक की 16 किमी. पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। मां गौरी का यह मंदिर अपने आप में पौराणिक इतिहास को समेटे हुए है। मान्यता है कि केदारनाथ आने वाले श्रद्धालु गौरीकुंड में दर्शन कर यहां स्थित तप्त कुंड में निकलने वाले गर्म पानी से स्नान कर केदारनाथ की यात्रा आरम्भ करते हैं।

बता दें कि केदारनाथ की यात्रा तब सार्थक होती है जब तप्त कुंड में स्नान करें। यहां एक और कुण्ड भी मौजूद है जो तर्पण कुण्ड के नाम से विख्यात है। पौराणिक मान्यता है कि इस कुण्ड में देश-विदेश के श्रद्धालु अपने पित्रों को तर्पण देते हैं, जिससे उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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