शहीद वीरेंद्र का चेहरा तक नहीं देख पाए पत्नी और बच्चे, ताबूत से लिपटकर रोते हुए दी अंतिम विदाई

punjabkesari.in Sunday, Feb 17, 2019 - 02:28 PM (IST)

खटीमाः पुलवामा हमले में शहीद हुए ऊधमसिंह जिले के खटीमा निवासी वीरेन्द्र राणा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा। इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों के द्वारा ताबूत को नहीं खोला गया। शहीद की पत्नी रेनू और उनके बच्चों ने ताबूत से लिपटकर शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि दी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट सहित कई नेताओं ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।

जानकारी के अनुसार, शहीद के घर मोहम्मदपुर भुड़िया से श्मशान घाट तक लगभग 8 किमी. तक की अंतिम यात्रा में शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग उमड़ पड़े। इसके साथ ही लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और वीरेन्द्र राणा अमर रहे के नारे लगाए। वहीं स्कूलों के बच्चों के द्वारा भी सड़कों पर खड़े होकर शहीद को श्रद्धांजलि गई और ‘जब तक सूरज-चांद रहेगा, शहीद वीरेंद्र तेरा नाम रहेगा’ के नारे लगाए गए।

जवान बेटे की अर्थी को कंधा देने वाले 80 वर्षीय दीवान सिंह राणा ने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरा बेटा देश के काम आया। उन्होंने कहा कि मेरा पोता बयान बड़ा होकर सेना में भर्ती होकर पाकिस्तान से बदला लेगा। बता दें कि ताबूत को ही चिता पर रखकर शहीद को मुखाग्नि दी गई।


 

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