ट्रांसपोर्टर की पत्नी को नौकरी, 12 लाख मुआवजा

punjabkesari.in Thursday, Jan 11, 2018 - 11:03 AM (IST)

देहरादून: उत्तराखंड में शनिवार को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में जहर खाने वाले ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की मंगलवार को मैक्स अस्पताल में मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही ट्रांसपोर्टर के हल्द्वानी स्थित आवास पर उनका शव पहुंचा कि वहां कोहराम मच गया। परिजनों और रिश्तेदारों ने इस दुखद घटना पर सरकार के प्रति गुस्सा जताया।

जिला प्रशासन के अधिकारी के कहने पर पुलिस ने जब शव के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू करानी चाही तो लोगों ने रोक दिया। जिला प्रशासन से पीड़ित परिवार के लिए नौकरी, बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी और 20 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की गई। इन मांगों को पूरा किए बिना शव को उठाने से मना कर दिया गया। 

इस बीच नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश भी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गई। हृदयेश की ओर से भी पीड़ित परिवार की उचित सहायता की मांग की गई। हृदयेश ने मुख्यमंत्री को फोन किया। इसके बाद मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत की।  

इस बातचीत के बाद इंदिरा हृदयेश ने कहा कि शासन ने मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए का तत्काल मुआवजा देने, एक महीने के अंदर 10 लाख रुपए अतिरिक्त मुआवजा देने और ट्रांसपोर्टर की पत्नी को तृतीय श्रेणी में नौकरी देने का आश्वासन दिया है। बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी जिला प्रशासन ने उठाई। जिलाधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की। 

इस तरह उदास लोग शांत हुए और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हुई। शहर के सैंकड़ों लोग शव यात्रा में शामिल हुए। हल्द्वानी के चित्रशिला घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रही।