केंद्रीय मंत्री जोशी की कांग्रेस से मांग- सलमान खुर्शीद के खिलाफ की जाए कार्रवाई

punjabkesari.in Friday, Nov 12, 2021 - 01:19 PM (IST)

 

देहरादूनः केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से 'हिंदुओं की भावनाओं और हिंदुत्व' को अपमानित करने वाले सलमान खुर्शीद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

जोशी ने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा हिंदू मंदिरों में जाकर अपना गोत्र बताते हैं, हिंदू आचरण का दिखावा करके यह बताते हैं वे भी हिंदू हैं और हिंदू समर्थक हैं। केंदीय मंत्री ने कहा, ‘‘मैं पूछना चाहता हूं कि सलमान खुर्शीद के खिलाफ आप क्या कार्रवाई करने जा रहे हैं। आप उस आदमी के खिलाफ क्या कार्रवाई करना चाहते हैं? जिसने हिंदुओं की भावना और हिंदुत्व को अपमानित किया है।'' उन्होंने कहा कि हिंदू कोई जाति या कोई धर्म नहीं है बल्कि यह जीवन का तरीका है।

जोशी, खुर्शीद द्वारा उनकी किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या' में कथित तौर पर हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस से किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। उत्तराखंड में भाजपा के चुनाव प्रभारी जोशी ने दावा किया कि पार्टी प्रदेश में अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनावों में एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 7 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड सहित देश भर में हुए जबरदस्त काम तथा साढ़े 4 बरस के कार्यकाल में प्रदेश सरकार के कामों की बदौलत भाजपा फिर जीतकर आएगी। जोशी ने कहा कि हम इस जीत को ऐतिहासिक बनाने के लिए और काम कर रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने कहा कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा हुआ है और 15-16 नवंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का भी दौरा हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश और प्रदेश दोनों में ही नेतृत्वहीन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार और पार्टी महासचिव हरीश रावत ने पंजाब में पार्टी का क्या हाल ​किया, सबको पता है। उन्होंने कहा कि रावत ने पंजाब में अपनी पार्टी की स्थिति 'कैप्टन वर्सेस बैटसमैन' बनाकर खराब कर दी। उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की संभावनाओं के बारे में जोशी ने कहा कि 'आप' ने कर्नाटक में भी स्थानीय निकाय का चुनाव लड़ा था और वहां उन्हें करारी हार मिली थी। कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप को वहां 10 प्रतिशत तो दूर बल्कि केवल 10-11 वोट ही मिल पाए जबकि हरेक वार्ड में 20-30 हजार मतदाता हैं।''
 

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Nitika