संयुक्त राष्ट्र विकास परिषद करेगा नैनीताल झील का संरक्षण

punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2020 - 10:42 AM (IST)

 

नैनीतालः उत्तराखंड के नैनीताल स्थित प्रसिद्ध नैनी झील के सतत विकास और संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास परिषद (यूएनडीपी) काम करेगा।

नैनीताल के जिलाधिकारी सविन बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि यूएनडीपी ने नैनी झील सतत अध्ययन परियोजना के लिए हामी भर दी है। इस परियोजना पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।। उन्होंने कहा कि यूएनडीपी ने नैनी झील परियोजना पर काम शुरू करने से पहले झील का दीर्घकालिक वैज्ञानिक और प्रामाणिक डाटा मांगा है, इसलिए सरकार की ओर से नैनी झील के आंतरिक, अंतर्जलीय संरचना और जैव विविधिता की रिपोर्ट भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से तैयार करवाई गई और उसे यूएनडीपी को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसरो की रिपोर्ट के बाद यूएनडीपी ने इस परियोजना पर सहमति दे दी है। जल्द ही भारत और संयुक्त राष्ट्र के बीच परियोजना को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

वहीं डीएम ने कहा कि यूएनडीपी की ओर से झील के तकनीकी कार्य निशुक्ल किए जाएंगे, और पानी की गुणवत्ता के लिए तल्लीताल तथा मल्लीताल में सेंसर लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने बैथीमेट्री पद्धति से नैनी झील का अध्ययन किया है और उसके विभिन्न आयामों को अध्ययन का केन्द्र बनाया है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने कांटून मैपिंग के जरिए पहली दफा नैनी झील की गहराई का पता लगाया है। इसकी न्यूनतम गहराई 4 से 7 मीटर व अधिकतम 24.6 मीटर है। इसकी औसतन गहराई 9 मीटर है। इसके पानी का टीडीएस 300 से 700 मिलीग्राम प्रति लीटर है।


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Nitika

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