उत्तराखंड के राज्यपाल ने अरुणाचल के पूर्व राज्यपाल की पुस्तक का किया विमोचन
punjabkesari.in Tuesday, Jun 28, 2022 - 12:25 PM (IST)
देहरादूनः उत्तराखंड के देहरादून स्थित राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल जनरल जेजे सिंह द्वारा लिखी पुस्तक ‘द मैकमहोन लाइन: ए सेंचुरी ऑफ डिस्कार्ड' का विमोचन किया। जनरल जेजे सिंह अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और पूर्व थल सेनाध्यक्ष रह चुके हैं। यह पुस्तक सेना में रहते हुए भारत-चीन सीमा विवाद पर उनके अनुभवों एवं शोध पर आधारित है।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि जनरल जेजे सिंह ने एक संवेदनशील मुद्दे पर किताब लिखी है। उन्होंने कहा कि इस किताब में मैकमहोन रेखा की राजनीति, इतिहास, संरचना एवं क्षेत्र के भूगोल पर जोर दिया है। पुस्तक में अनेक दिलचस्प पहलुओं को उजागर किया है, जो आज भी कूटनीतिक मंच पर चल रही बातचीत के लिए प्रासंगिक हैं। पुस्तक हमें यह संदेश देती है कि उच्चतम राजनीतिक स्तर पर सीमा विवाद का समाधान भारत और चीन के लिए व्यवहारिक और पारस्परिक रूप से लाभकारी तरीका है। राज्यपाल ने कहा कि यह उत्कृष्ठ शोध परक पुस्तक, मैकमहोन रेखा से कहीं अधिक है। यह सीमा विवाद की उत्पत्ति का अत्यन्त पठनीय इतिहास है। मैकमहोन लाइन के बारे में बात करते हुए इस किताब में भारत-चीन सम्बन्धों के वर्तमान और भविष्य का आकलन किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद को ध्यान में रखते हुए सैन्य शक्ति को और प्रभावशाली और गतिशील बनाना अत्यन्त आवश्यक है।
इस अवसर पर राज्यपाल और थल सेनाध्यक्ष रह चुके जनरल जेजे सिंह ने प्रकाशित पुस्तक के बारे में जानकारी दी और कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद पर उनके 6 वर्षों के अध्ययन और शोध पर आधारित है। उन्होंने इस पुस्तक के मुख्य पहलुओं को विस्तार पूर्वक उपस्थित लोगों को बताया। इस दौरान मैकमहोन रेखा से सम्बन्धित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई। जनरल जेजे सिंह ने बताया कि यह उनके द्वारा लिखित दूसरी पुस्तक है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार जताया। पुस्तक विमोचन के दौरान कमांडेंट आईएमए ले.जनरल हरिन्दर सिंह, ले.जनरल केके खन्ना के अलावा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन उर्वशी कौर द्वारा किया गया।