उत्तराखंड के लाल ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को किया ढेर, पिता ने कहा- बेटे की वीरता पर है गर्व

punjabkesari.in Thursday, May 03, 2018 - 05:27 PM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड में सोमवार को दक्षिण जम्मू में आतंकियों को ढेर करने वाले मेजर रोहित शुक्ला देहरादून के रहने वाले हैं। उनकी पढ़ाई भी देहरादून के सेंट जोसेफ से हुई है। 

मुठभेड़ में मेजर हुआ घायल, 2 आतंकियों को मार गिराया 
जानकारी के अनुसार, मेजर रोहित शुक्ला का परिवार आज भी देहरादून के इंदर रोड  में रहता है और उनके पिता वकील है। परिवार को मुठभेड़ की खबर मिलने पर यह पता चला कि रोहित शुक्ला इस अॉपरेशन का नेतृत्व करते हुए घायल हो गया। इस बात का पता चलते ही पूरे परिवार में मायूसी छा गई। इस पर मेजर के पिता ज्ञान शंकर शुक्ला का कहना है कि बेटे को गोली लगी है लेकिन उन्हें गर्व है कि बेटे ने कश्मीर के उस आतंकवादी को मार गिराया है जो वहां के युवाओं को भड़का रहा था। हिजबुल मुजाहिद्दीन के शीर्ष आतंकियों में माने जाने वाला कमांडर समीर टाइगर और अकीब खान मेजर रोहित शुक्ला द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में मारे गए हैं। उनकी मौत के बाद मेजर के परिवार में खुशी छाई हुई है। मेजर के पिता ने कहा कि उनके बेटे को इससे पहले भी इसी तरह से आतंकी कार्रवाई में गंभीर चोट आई है लेकिन उन्होंने कभी भी इस बारे में ना तो सोचा और ना ही बेटे से बात की है ताकि उसे सेना में कोई तकलीफ ना हो। 

हर घर से निकले एक सैनिकः शंकर शुक्ला 
शंकर शुक्ला का कहना है कि जिस समय ऑपरेशन खत्म हुआ और उन्हें पता चला कि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल है तो पहले तो उन्होंने पूरे परिवार को समझाया। उसके बाद सेना के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन फिर पता चला कि रोहित खतरे से बाहर है तब जाकर पूरे परिवार की जान में जान आई। ज्ञान शंकर उन्होंने कहा कि आतंकियों ने बेटे को यह कहकर ललकारा था कि अगर मां का दूध पिया है तो बाहर निकल तब बेटे ने जवाबी कार्रवाई में आतंकियों को ढेर किया। पिता ने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि देश की सेवा के लिए हर घर से एक बच्चे की परवरिश होनी चाहिए जो आगे चलकर किसी भी तरह से देश की सेवा करें। उन्होंने कहा कि आज हमें गर्व है कि उनका बेटा इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दे रहा है और अपनी गोलियों से आतंकियों को निशाना बना रहा है।

मुझे मेरे बेटे पर है गर्वः विजय लक्ष्मी शुक्ला 
वहीं मेजर रोहित शुक्ला की मां विजय लक्ष्मी शुक्ला का कहना है कि एक समय के लिए घबराहट तो हुई लेकिन आतंकियों के इस ऑपरेशन को खत्म करने के बाद उनके बेटे ने उन्हें फोन किया। फोन पर उसने बताया कि उसने 2 आतंकवादियों को मार गिराया है। मेजर की मां ने हंसते हुए कहा कि बेटे का जीवन देश के लिए है। अगर वह जान पर खेलकर भी देश की सेवा कर रहा है तो ना केवल उन्हें गर्व है बल्कि इसको लेकर सारे देश को गर्व होना चाहिए।    

Nitika