डिग्री चाहि‍ए तो गुरु दक्षिणा में मुझे खुश कर दो बेबी, और टीचर ने कर दिया ये (Pics)

punjabkesari.in Thursday, Sep 01, 2016 - 03:36 PM (IST)

वाराणसी (आदविक कुमार): वाराणसी में एक बार फिर से गुरु शिष्य परम्परा कलंकित हुई और नाम बदनाम हुआ हैं शिक्षा के मंदिर काशी विद्यापीठ का। जहां एमएसडब्लू की शोध छात्रा ने अपने विभागाध्यक्ष के ऊपर आरोप लगाया हैं कि प्रोफेसर ने उससे गुरु दक्षिणा के रूप में शारीरिक शोषण करना चाहा। ऐसा उस प्रोफेसर ने एक बार नहीं बल्कि कई बार करने का प्रयास किया जिससे तंग आकर छात्रा ने आज इन्साफ के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया हैं। 

जानकारी के अनुसार पीड़िता ने बताया कि सभी छात्रों को शोध लिखकर जमा करने के लिए विभाग की ओर से मई में मिला था। जिसके सिलसिले में वो एचओडी रामचंद्र पाठक से मिलने गई तो उन्होंने उसको ऊपर अपने केबिन में बुलाया। जहां पीड़िता ने उनसे कहा कि सर मुझे फरुर्खाबाद अपने घर जाना है और अगर आप बता दें तो मैं अपना शोध जल्दी पूरा कर घर जा सकूंगी। उस पर उन्होंने कहा कि जल्दी के लिए तुम्हें गुरु दक्षिणा देनी होगी और मेरे शरीर पर हाथ फेरने लगे। उनकी गंदी नियत समझ मैंने उन्हें तभी 2 तमाचे जड़ दिए और केबिन से बाहर रोते हुए निकल आई।

इसकी शिकायत मैं तभी करने वाली थी लेकिन अन्य शिक्षको व मैम ने मुझे मना कर दिया और बोला जो समस्या है बताओ हम मदद कर देंगे और इस बात को यहीं दबा दो। अब जब मैं अपना शोध पूरा कर उसे जमा करने के लिए आई और 19 अगस्त को उनको दिखाया तो उन्होंने व्यस्तता दिखाते हुए मैम को चेक कराने को बोला और जब मैम को दिखाने के बाद 20 को मैंने बाइंडिंग करा कर वापस एचओडी के पास पहुंची तो वो कहते है कि तुमने बिना चेक कराए बाइंडिंग क्यों करा दिया और भद्दी भद्दी गालियों का प्रयोग करते हुए हमे जाने को कह दिया।

उनका ध्येय मुझसे शारीरिक दक्षिणा हासिल करने की थी जो मैंने पूरा नहीं किया तो वो अब दूसरे तरीके से मुझ पर दबाव डालने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हीं सब से अजीज होकर मैंने आज उनके खिलाफ थाने में तहरीर दिया है। हालांकि वो और भी लड़कियों के साथ ऐसा करते हैं लेकिन भविष्य खराब हो जाने के डर से कोई शिकायत नही करता। 

वहीं पीड़िता छात्रा को विश्वविद्यालय छात्रसंघ का भी इस मामले में समर्थन मिलने लगा है। सिगरा थाने पीड़िता के साथ पहुंची छात्रसंघ अध्यक्ष आयुषी श्रीमाली ने कहा कि एमएसडब्ल्यू के आईआरपीएम के एचओडी में खिलाफ हमने पुलिस को तहरीर दी है और हम चाहते हैं कि ऐसे शिक्षक को दंड मिले जिससे भविष्य में कोई भी शिक्षक किसी छात्रा के साथ ऐसा कुकृत्य करने की सोच भी न सके।