अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी पूनम चौहान की डेंगू से मौत, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई (Pics)

punjabkesari.in Wednesday, Oct 19, 2016 - 03:52 PM (IST)

वाराणसी: राष्ट्रीय महिला फुटबाल खिलाड़ी पूनम चौहान की डेंगू के कारण यहां निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वह 29 साल की थी। पूनम 2010 तक भारतीय फुटबाल टीम के लिए खेली थी। उन्होंने रात अंतिम सांस ली। उन्हें एक सप्ताह पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह उस टीम का हिस्सा थी जिसने दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वह उत्तर प्रदेश की फुटबाल टीम से भी खेली थी और उसकी एक महत्वपूर्ण सदस्य थी। पूनम अभी वाराणसी के सिगरा स्टेडियम में फुटबाल ट्रेनर के रूप में कार्यरत थी। मौत के बाद सुबह उनकी शवयात्रा निकली। उनका आज मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।

पंच शॉट की माहिर खिलाड़ी थी पूनम
राष्ट्रीय महिला फुटबाल खिलाड़ी पूनम के कोच मुश्‍ताक अली का कहना है कि पूनम उत्तर प्रदेश और टीम इंडिया की बेस्ट स्ट्राइकर थी। पूनम फॉरवर्ड लाइन के साथ बैक पोजीशन पर भी खेलती थी। पंच शॉट में और विपक्षी टीम को चकमा देने में वो माहिर थी। पूनम ने बीएचयू से बीपीएड और एमपीएड की पढ़ाई की थी।

कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी पूनम
जानकारी के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी पूनम चौहान के परिवार में माता-पिता के अलावा 2 छोटे भाई एवं 2 छोटी बहनें हैं। परिवार के अन्य सदस्य भी खेल से जुड़े हुए हैं। पूम चौहान की छोटी बहन पूजा चौहान भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं। रघुवंशी ने बताया चौहान पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित थीं। कल तेज बुखार आने के बाद उन्हें वाराणसी के खजुरी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां जांच के बाद डेंगू की बीमारी का पता चला।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बताया जा रहा है कि डेंगू की बीमारी का पता चलने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी पूनम की अकाल मृत्यु से वाराणसी का खेल जगत शोक में डूबा और उनके परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूनम चौहान अविवाहित थीं और अपने माता-पिता के साथ वाराणसी के शिवपुर चुंगी इलाके में रहती थीं।