आध्यात्मिक नगरी काशी पर आधारित है किताब ''द सांग ऑफ मिस्ट'' का विमोचन (Pics)

punjabkesari.in Friday, Feb 05, 2016 - 01:40 PM (IST)

वाराणसी (विपिन मिश्रा): शशिधर शर्मा पेशे से इंजीनियर हैं। जिन्होंने ये किताब लिखी है। किताब लिखने की प्रेरणा इनके बचपन से मिली है। इनका पारिवारिक दृष्टिकोण आध्यात्मिक रहा है। आध्यात्मिक संस्कार हैं और गंगा से प्रेरणा मिली है इसलिए कहानी में काशी और गंगा कि पृष्ठभूमि है। शशिधर 3 साल से भारत में नं 1 के आध्यात्मिक ब्लॉगर हैं। 

जानकारी के अनुसार इस किताब में बनारस के लड़के की कहानी है जो अपने जिंदगी की परेशानियों से तंग आकर ऋषिकेश चला जाता है और वहां 3 महीने रहता है। इसके आलावा कहानी में 3 चरित्र और हैं जिसमे अयान जो विएना में गॉड पार्टिकल पर रिसर्च कर रहा होता है। लेकिन पैटर्न में वो अजीब सी चीज़ देखता है। जिसमें वह देखता है कि गॉड पार्टिकल और बिग बैंग में एक ऋषि की छवि दिखाई देती है जिसके बाद वो भी ऋषिकेश जाता हैं। जहां उसकी मुलाकात उसी ऋषि से होती है जो उसे अक्सर सपने में दिखाई देता था। इसके आलावा 3 और चरित्र कहानी में हैं जिसमे एक बनारस की वसुधा और दो विएना से हैं।

कहानी बताती है की सनातन धर्म में 5000 वर्ष पहले ही प्रणवनाद से सृष्टि की रचना हुई है जिसे आज के वैज्ञानिक बिग बैंग थ्योरी का नाम दे रहे हैं। किताब में इसी को साबित करने की कोशिश की गई है। इस किताब को प्रधानमंत्री को भेज दिया गया है क्योंकि उनके जीवन का अहम् हिस्सा भी आध्यात्मिक रहा है। किताब 3 भाग में है। ये किताब का पहला भाग है। मार्च में हिंदी एडिशन आएगा। 22 दिसंबर को पब्लिश हुआ और 9 दिन में सवा करोड़ किताब बिकी। 

पत्रकारों के सवाल के जवाब में शशिधर ने बताया कि गंगा 15 साल पहले सौम्य थी लेकिन आज मैली हैं घाट भी गंदे हैं। अगर उन्हें मौका मिला तो वह अपनी कहानी और ब्लॉग के बदौलत लोगों को जागरूक करेंगे। इस किताब ने कृष्ण और गीता को समाहित किया गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गीता को ही राष्ट्रिय ग्रन्थ घोषित किया जाना चाहिए।