बड़े रैकेट का पर्दाफाश: रोलेक्स की घड़ी और महंगे फोन के साथ पकड़े गए आरोपी, बांग्लादेश से निकला लिंक
punjabkesari.in Monday, Mar 24, 2025 - 10:24 AM (IST)

Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की रोरावर थाना पुलिस और क्रिमिनल इंटेलीजेंस विंग की संयुक्त टीम ने बांग्लादेश से 500 रुपए के नकली नोट लाकर भारत में चलाने वाले एक गिरोह के सरगना सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग असली नोट दिखाकर नकली नोटों को दुकानदारों को बेच देते थे। गिरफ्तार आरोपियों में 2 लोग कासगंज के और 1 अलीगढ़ का रहने वाला है। पुलिस ने इनके पास से 77 हजार रुपए के नकली नोट और 29 हजार रुपए के असली नोट बरामद किए हैं।
नकली नोटों की पहचान और बरामदगी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस को इन आरोपियों के पास से 500 रुपए के 154 नकली नोट (जो कुल 77,000 रुपए के थे) और 58 असली 500 रुपए के नोट (जो कुल 29,000 रुपए के थे) बरामद हुए। इसके अलावा, पुलिस ने इनसे 5 मोबाइल फोन, एक रोलेक्स घड़ी, पैन कार्ड और आधार कार्ड भी बरामद किए हैं। ये नकली नोट इस हद तक असली जैसे थे कि उन्हें पहचान पाना मुश्किल था। जांच के दौरान, यह बात सामने आई कि इन नकली नोटों पर वर्तमान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के हस्ताक्षर थे, जबकि पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल का नाम गलत तरीके से लिखा गया था।
गिरोह का सरगना और बांग्लादेश कनेक्शन
पुलिस के मुताबिक, गिरोह का सरगना जिकरुल हसन था, जो बांग्लादेश के जलाल नामक एक व्यक्ति से संपर्क में था। जलाल बांग्लादेश से नकली नोटों की सप्लाई करता था। यह गिरोह बांग्लादेश के मालदा से दिल्ली होते हुए भारत में आता था और यहां दुकानदारों को एक असली नोट दिखाकर नकली नोटों से धोखाधड़ी करता था। इन नकली नोटों की सीरीज और आकार असली नोटों के जैसे होते थे, जिससे पहचान पाना मुश्किल था।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
बताया जा रहा है कि शनिवार रात गोंडा रोड पर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान, मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस ने एक स्कूटी को रुकने का इशारा किया, जिसमें 3 लोग सवार थे। लेकिन वे भागने लगे, जिसके बाद पुलिस ने उनका पीछा कर उन्हें गौंडा रोड के हाइवे पुल पर पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कासगंज के गंजडुंडवारा के गनेशपुर का जिकरुल हसन और बारिक, तथा अलीगढ़ के शाहजमाल का नाजिम शामिल है।
मामले में आगे की जांच जारी
पुलिस का कहना है कि गिरोह के सदस्य असली नोट दिखाकर दुकानदारों को नकली नोट देकर धोखा देते थे, और यह काम वे बांग्लादेश से लाए गए नकली नोटों के जरिए करते थे। इन नकली नोटों की पहचान के लिए इन्हें लैब जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और इस रैकेट के जुड़े हुए अन्य लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।