UPSSSC द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को CM योगी ने सौंपा नियुक्त पत्र, कहा- थारू जनजाति की बेटी का चयन होना…भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती हुई
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 02:15 PM (IST)

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित 2,425 मुख्य सेविकाओं एवं 13 फार्मासिस्टों को लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में नियुक्ति-पत्र प्रदान किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि आज अगर लखीमपुर के जंगल के बीच कोई थारू जनजाति की बेटी का चयन होता है, तो मानिए चयन प्रक्रिया निष्पक्ष हो रही है। आज यहां 2-2 थारू बेटियों का चयन हुआ यह इस बात को साबित करता है कि भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती हुई
है।
सीएम योगी ने उज्ज्वल भविष्य की दी शुभकामना
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित मुख्य सेविकाओं एवं 13 फार्मासिस्टों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्ण विश्वास है कि आप सभी स्वस्थ, सशक्त और समृद्ध उत्तर प्रदेश के निर्माण में योगदान देने के साथ ही 2047 के लक्ष्य की प्राप्ति में अपनी भूमिका का प्रतिबद्धता पूर्वक निर्वहन करेंगे। इस दौरान उन्होंने सभी को हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
युवा जब छला जाता है तो राष्ट्रीय क्षति होती है
सीएम योगी ने कहा कि युवा जब छला जाता है तो यह राष्ट्रीय क्षति होती है। 2017 के पहले यही होता था। बेईमानी भ्रष्टाचार की वजह से युवाओं को भर्ती नहीं मिलती थी। युवाओं को न्यायालय तक जाना पड़ता था। उत्तरप्रदेश को बीमारू प्रकृति ने नहीं बनाया है इसे राजनीतिक दलों ने बनाया था। यहां के मानसिक रूप से बीमार राजनीतिक दलों ने युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था।
उत्तर प्रदेश बीमार नही था, इसको बीमार किया गया
आज अगर लखीमपुर के जंगल के बीच कोई थारू जनजाति की बेटी का चयन होता है,तो मानिए चयन प्रक्रिया निष्पक्ष हो रही है,आज यहां 2-2 थारू बेटियों का चयन हुआ। उत्तर प्रदेश बीमार नही था, इसको बीमार किया गया था। यह प्रदेश 1947 के बाद से 1960 दशक तक देश का अग्रणी राज्य थ। 1960 के बाद से यहां गिरावट आई। 1990 तक यहां स्तर गिर गया। 2017 तक यहां की स्थिति बदतर हो गई। राजनीतिक दलों ने प्रदेश को लूट का अड्डा बना दिया था। कोई कार्य छोटा बड़ा नही होता। जहां अवसर मिले वहां काम करना चाहिए।
2047 में भारत विकसित हो, इसका रास्ता गांव ... से जाता है
हमने सोचा प्रदेश के जर्जर स्कूल भवनों को शिफ्ट करना चाहिए क्योंकि एक राज्य में ऐसी घटना हो चुकी थी लेकिन बीमार मानसिकता के दलों ने इसको कठघरे में खड़ा किया। इसी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति तहत स्कूलों को बेहतर पेयरिंग का हिस्सा बनाया तो इसको भी लेकर राजनीतिक दलों ने आमजन में भ्रम फैलाया। हमने बच्चो को बेहतर शिक्षा। बेहतर पोषण के लिए कार्य किया। 2047 में भारत विकसित हो, इसका रास्ता गांव, गलियों और आंगनवाड़ी केंद्रों से जाता है।