धर्मांतरण का ठिकाना बना शाहीन बाग? रेस्क्यू लड़की ने किए सनसनीखेज खुलासे- दिल्ली में हुआ ब्रेन वॉश, बदलवाया धर्म
punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 11:47 AM (IST)

Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ है। इस गैंग के कई सदस्य अब तक पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं, जिनमें इसके मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान कुरैशी उर्फ महेंद्र पाल जादौन भी शामिल है। पुलिस जांच में पता चला है कि इस गैंग ने दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में हरियाणा की एक लड़की का ब्रेन वॉश कर उसका धर्म परिवर्तित कराया था।
दलित लड़की का ब्रेन वॉश कर धर्मांतरण, राजस्थान से बुलाया गया काजी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह लड़की हरियाणा के रोहतक की दलित परिवार से है, जिसे पुलिस ने दिल्ली से रेस्क्यू किया है। पीड़िता ने बताया कि दिल्ली में उसका ब्रेन वॉश किया गया और फिर उसका धर्म बदलवाकर निकाह करा दिया गया। निकाह के लिए राजस्थान से काजी बुलाया गया था, जिसकी जांच के लिए पुलिस की टीम राजस्थान भी गई है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा चुका है और कोर्ट में बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
आगरा की 2 बहनें कोलकाता से बरामद, अब्दुल रहमान पर फंडिंग का आरोप
बताया जा रहा है कि पुलिस ने आगरा की 2 बहनों को भी कोलकाता से बरामद किया है, जिनका भी धर्मांतरण कर निकाह कराने की तैयारी थी। गोवा की एसबी कृष्णा उर्फ आयशा ने बताया कि दिल्ली के मुस्तफाबाद का अब्दुल रहमान इस रैकेट का फंडिंग करता है। रहमान मूल रूप से यूपी के फिरोजाबाद का रहने वाला है। अब्दुल रहमान पहले हिंदू था, जो 1990 में पहले ईसाई धर्म में बदला और बाद में इस्लाम अपनाकर अपना नाम अब्दुल रहमान कुरैशी रख लिया। इसके बाद वह इस बड़े धर्मांतरण रैकेट का हिस्सा बन गया। पुलिस उसकी कॉल डिटेल, खातों और विदेश कनेक्शन की भी जांच कर रही है।
अब्दुल रहमान के खिलाफ जांच तेज, विदेशी फंडिंग और आतंकी कनेक्शन की पड़ताल
अब्दुल रहमान के पास से कई धर्म परिवर्तन से जुड़ी किताबें भी मिली हैं, जो उसे जेल में बंद साजिशकर्ताओं जैसे कलीम सिद्दीकी से जोड़ती हैं। जांच के दौरान एनआईए की टीम भी आगरा पहुंची और कई घंटों तक पूछताछ की। पुलिस और एनआईए दोनों इस गैंग की विदेशी फंडिंग और संभावित आतंकवादी कनेक्शन की जांच कर रहे हैं। यह मामला बहुत गंभीर है और पुलिस ने इस रैकेट को लेकर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है ताकि सभी दोषियों को सजा दिलाई जा सके।