केजरीवाल ने यूपी सरकार से की विनती, कहा- इस वक़्त राजनीति करने की बजाय, आइए, मिलकर दिल्ली के लोगों को राहत दिलवाएं
punjabkesari.in Friday, May 31, 2024 - 12:33 PM (IST)
नई दिल्ली/ लखनऊ: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से आग्रह किया कि वह हरियाणा और उत्तर प्रदेश की अपनी सरकारों से राष्ट्रीय राजधानी को एक महीने तक पानी उपलब्ध कराने के लिए कहे। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी गंभीर जल संकट का सामना कर रही है। जल संसाधन मंत्री आतिशी ने हरियाणा पर दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ने का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खिलाफ भाजपा द्वारा आज प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे समस्या का समाधान नहीं होगा।
इस बार पूरे देश में अभूतपूर्व गर्मी पड़ रही है जिसकी वजह से देश भर में पानी और बिजली का संकट हो गया है। पिछले वर्ष, दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड 7438 MW थी। इसके मुक़ाबले इस साल पीक डिमांड 8302 MW तक पहुँच गयी है। पर इसके बावजूद दिल्ली में बिजली की स्थिति नियंत्रण में है, अन्य…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 31, 2024
केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "मेरी सभी से हाथ जोड़ कर विनती है कि इस वक़्त राजनीति करने की बजाय, आइये, मिलकर दिल्ली के लोगों को राहत दिलवायें।" उन्होंने कहा, "अगर भाजपा हरियाणा और उत्तर प्रदेश की अपनी सरकारों से बात करके एक महीने के लिए दिल्ली को कुछ पानी दिलवा दे तो दिल्ली वाले भाजपा के इस कदम की खूब सराहना करेंगे। इतनी भीषण गर्मी किसी के हाथ की बात नहीं। लेकिन हम सब मिलकर काम करें तो लोगों को इससे राहत तो दिलवा सकते हैं।" उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में पानी की मांग बहुत बढ़ गई है और दिल्ली को पड़ोसी राज्यों से मिलने वाला पानी भी कम हो गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा," पानी की किल्लत बहुत बढ़ गयी है और आपूर्ति कम हो गयी। हम सबको मिलकर इस समस्या का निवारण करना है। '' केजरीवाल ने कहा कि पूरा देश भीषण गर्मी का सामना कर रहा है जिसके कारण इस समय पूरे देश में पानी और बिजली का संकट है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बिजली की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा, "पिछले साल दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 7438 मेगावाट थी। इसकी तुलना में इस साल अधिकतम मांग 8302 मेगावाट तक पहुंच गई है। लेकिन इसके बावजूद दिल्ली में बिजली की स्थिति नियंत्रण में है अन्य राज्यों की तरह यहां बिजली कटौती नहीं हो रही है।"