श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामभक्तों से 22 जनवरी के बाद ही अयोध्या आने की अपील की

punjabkesari.in Tuesday, Dec 05, 2023 - 08:11 PM (IST)

अयोध्या: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का ख्वाब देख रहे श्रद्धालुओं को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामभक्तों से 22 जनवरी के बाद ही अयोध्या आने की अपील की है।

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अपने गांव और मोहल्लों में आनंदोत्सव मनाएं लोग
ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दिन लोग अपने गांव और मोहल्लों में आनंदोत्सव मनाएं। सजीव प्रसारण के जरिए आयोजन से जुड़ें। इस दौरान मंदिरों में अनुष्ठान व भजन कीर्तन करें। शाम को घरों में दीपक जलाएं। ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां यहां आने वाले लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर की जा रही है। लोगों के ठहरने के लिए टीन के कमरे समय से तैयार कर लिए जाएंगे।

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80 फीसदी तक पूरा हुआ रामलला की मूर्ति का काम
मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के लिए पांच वर्षीय बालक के रूप में बन रही रामलला की मूर्ति लगभग बनकर तैयार हो गई है। ट्रस्ट महासचिव ने बताया कि मूर्ति का कार्य करीब 85 फीसदी पूरा हो चुका है। अब मूर्तिकार फिनिशिंग का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन प्रमुख मूर्तिकार अलग-अलग मूर्तियां बना रहे हैं। 20 दिसंबर तक मूर्ति के चयन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। मंदिर का निर्माण कार्य भी तय समय के अनुसार ही चल रहा है। भूतल का काम पूरा हो गया है। यज्ञशाला का निर्माण शुरू है।

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प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए संघ को जिम्मेदारी
प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर संघ व विहिप ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी को लेकर सोमवार को यहां पहुंचे संघ के अवध, काशी, गोरक्ष व कानपुर प्रांत के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ संघ घ के डॉ. कृष्ण गोपाल ने बैठक कर सभी को जिम्मेदारियां सौपी। श्री हैं। इससे पहले पदाधिकारियों ने मंदिर निर्माण कार्यों को देखा। बाग बिजेसी में निमार्णाधीन टेंट सिटी का भी निरीक्षण किया। ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि 26 जनवरी से एक माह तक आने वाले राम भक्तों के लिए बनाये जा रहे टेंट सिटी को देखा। प्राण प्रतिष्ठा कार्यालय भंडार भोजनालय, पूजा पाठ करने ब्राह्मणों का निवास स्थान, रामकोट क्षेत्र और राम जन्मभूमि परिसर, मंदिर कार्य देखा।


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Content Writer

Ajay kumar

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