बालियान के आरोपों का संगीम सोम ने दिया करारा जवाब, बोले- मेरे ऐसे संस्कार नहीं कि जयचंद बनूं...घर की लड़ाई को बाहर न ले जाएं

punjabkesari.in Tuesday, Jun 11, 2024 - 04:56 PM (IST)

मेरठ: वेस्ट यूपी के 2 बीजेपी नेता अब खुलकर सामने आ गए हैं। लोकसभा चुनाव हारने के बाृद पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने पूर्व विधायक संगीत सोम पर संगीन आरोप लगाए हैं। अब बालियान के आरोपों पर संगीत सोम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर करारा जवाब दिया है। संगीम सोम ने कहा कि मुझे ऐसे संस्कार नहीं मिले कि मैं जयचंद बनूं। संजीव बालियान अपने अहंकार की वजह से चुनाव हारे हैं। दरअसल, मुजफ्फरनगर में चुनाव हारने के बाद संजीव बालियान ने सोमवार को मीडिया से बात की थी। इसमें उन्होंने संगीत सोम से जुड़े सवाल पर कहा था, उन्होंने कहा कि शिखंडी ने छिपकर वार किया। जयचंदों का कुछ नहीं हो सकता है।

मैं अकेला इतना बड़ा नेता नहीं हूं कि घर बैठकर एक मंत्री को हरा दूं- संगीत सोम
अपने ऊपर लगे सभी आरोपी को संगीत सोम ने नकार दिया है। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सरधना विधानसभा क्षेत्र से जीती है, लेकिन संजीव बालियान बुढ़ाना और चरथावल में हार गए। वो हमारे भाई हैं, मगर आरोप लगाने से पहले डॉ. संजीव बालियान को अपनी हार की समीक्षा करनी चाहिए। मेरी जिम्मेदारी सरधना की थी। बुढ़ाना और चरथावल में बालियान क्यों हारे, वो तो उनके घर की सीटें हैं। मैं अकेला इतना बड़ा नेता नहीं हूं कि घर बैठकर एक मंत्री को हरा दूं। उन्होंने कहा कि उनके मन में कोई बात है तो उसे पार्टी फोरम में रखें न कि इस तरह मीडिया के सामने आएं। मुझे मीडिया के सामने इसलिए आना पड़ा, क्योंकि उन्होंने मेरा नाम लेकर बयान दिए। मैं बड़ा नेता नहीं, भाजपा का कार्यकर्ता हूं। मुझे सरधना की जिम्मेदारी मिली थी उसे मैंने अच्छे से निभाया। मैं हाईकमान से यही कहना चाहूंगा कि पूरे मामले की जांच करवा लेनी चाहिए।

'मैं संजीव बालियान को भी यही सलाह देना चाहता हूं कि...'
आगे कहा कि वो कहते हैं, मैं विनाश की राजनीति करता हूं, ऐसा नहीं है उन्होंने कहा कि संगीत सोम विनाश की राजनीति करते हैं, मैं बता दूं कि विनाश की राजनीति नहीं करता हूं। विकास की राजनीति करता हूं। उसी का नतीजा है कि हारने के बाद भी 2012 में डेढ़ गुना वोट मिले। 2017 में जितने वोट मुझे मिले, 2022 में उससे 10 हजार वोट ज्यादा मिले। अगर मैं विनाश की राजनीति करता तो मेरा वोट ग्राफ बढ़ता नहीं। मैं 2022 में चुनाव हारा था । कारण जो भी रहे। मैंने पार्टी को अपनी बात बताई। पार्टी ने जांच की होगी। मैंने कभी हार का जिक्र मीडिया के सामने नहीं किया। मैं संजीव बालियान को भी यही सलाह देना चाहता हूं कि घर की लड़ाई को बाहर नहीं ले जाना चाहिए। मैंने इतनी मेहनत की, हमने हर गांव चुनाव जीतने के लिए काम किए। मैं पार्टी के लिए मेहनत करता हूं, वो हमेशा करता रहूंगा।

मेरी सबसे दोस्ती है- संगीत 
मीडिया ने संगीत सोम से पूछा कि संजीव कह रहे कि आप सुरक्षा सुविधाओं का फायदा ले रहे हैं। संगीत सोम ने कहा कि सुरक्षा कोई सुविधा नहीं होती है। वो तो विपक्ष के नेताओं को मिलती है। ठाकुरों की नाराजगी पर उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हम विधानसभा चुनाव नहीं हारे। वो हमें मिला है। उन्होंने कहा कि दुश्मनी किसी से नहीं करता। सपा के हरेंद्र मलिक भी मिलेंगे तो हाथ मिला लूंगा। मेरी सबसे दोस्ती है। रहा सवाल हार का तो उसके पीछे हिंदू वोटर्स का किसी कारण वश कम निकलना और बंट जाना, हार का बड़ा कारण है। संगीत सोम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक प्रेस नोट बांटा गया। बाद में संगीत ने कहा कि ये प्रेस नोट हमारे नहीं हैं। जिस किसी ने बंटवाए हैं। उनका पता लगाया जाएगा। मैं मुकदमा करवाऊंगा। प्रेस नोट में बालियान पर करप्शन के आरोप लगाए गए थे।

चुनाव हराने में कुछ जयचंदों का भी हाथ है- संजीव बालियान
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से दो बार चुने गए संजीव बालियान ने अपनी हार के कारण बताए थे। उन्होंने कहा था कि मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण, हिंदू जातियों का आपस में बंटवारा और वोटिंग पर्सेंटेज में गिरावट की वजह से मुझे हार मिली। इसके साथ ही संजीव बालियान ने भीतरघात की भी बात की। बालियान ने कहा कि चुनाव हराने में कुछ जयचंदों का भी हाथ है इन लोगों ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को चुनाव लड़वाया, पार्टी इन लोगों के खिलाफ एक्शन ले।


 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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