हेयर ट्रांसप्लांट या मौत का खेल? ''सब ठीक है'' कहती रही डॉक्टर... बाल उगाने की चाह में गई 2 इंजीनियरों की जान
punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 10:39 AM (IST)

Kanpur News: हेयर ट्रांसप्लांट के इलाज के नाम पर कानपुर की डॉक्टर अनुष्का तिवारी पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगा है। अब तक 2 इंजीनियरों विनीत दुबे और मयंक कटिहार की जान जा चुकी है। दोनों ही मामलों में परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने इलाज में गंभीर लापरवाही की और मरीजों की हालत बिगड़ने के बावजूद सही उपचार नहीं दिया।
मयंक कटिहार की कहानी- दर्द में तड़पता रहा बेटा, डॉक्टर ने नहीं की मदद
मिली जानकारी के मुताबिक, फर्रुखाबाद के रहने वाले इंजीनियर मयंक कटिहार ने 18 नवंबर 2024 को कानपुर में डॉक्टर अनुष्का तिवारी के क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। मयंक की मां प्रमोदिनी कटिहार और भाई कुशाग्र कटिहार ने बताया कि इलाज के बाद डॉक्टर ने मयंक को सिर्फ एक दर्द की गोली देकर घर भेज दिया। घर जाते समय मयंक को सिर में तेज दर्द हुआ। घर पहुंचते ही उसकी हालत और खराब हो गई – चेहरा सूज गया, आंखें बाहर निकलने जैसी हो गईं। मयंक और उसके परिवार ने बार-बार डॉक्टर से संपर्क किया, लेकिन हर बार डॉक्टर ने कहा कि "सब ठीक है" और घबराने की जरूरत नहीं है। बताया जा रहा है कि जब मयंक की हालत और खराब हुई तो डॉक्टर ने कहा कि किसी कार्डियोलॉजिस्ट को दिखा दो। जब कार्डियोलॉजिस्ट ने बताया कि मयंक को दिल से जुड़ी कोई बीमारी नहीं है, तब डॉक्टर ने उसे दोबारा अपने पास लाने को कहा। लेकिन सुबह 19 नवंबर को मयंक की मौत हो गई। मां प्रमोदिनी ने रोते हुए कहा कि मेरा बेटा कहता रहा कि बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन डॉक्टर ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। उसने हमारे नंबर भी ब्लॉक कर दिए और फोन बंद कर दिया।
विनीत दुबे की मौत- 56 दिन तक भटके परिजन, FIR मुख्यमंत्री पोर्टल से दर्ज हुई
इससे पहले 15 मार्च 2025 को पनकी पावर हाउस में तैनात इंजीनियर विनीत दुबे ने भी डॉक्टर अनुष्का से हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था। इलाज के बाद विनीत की तबीयत बिगड़ती गई और इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि उन्होंने 56 दिनों तक एफआईआर दर्ज कराने के लिए थानों और अधिकारियों के चक्कर लगाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करने के बाद रावतपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई।
अब मयंक का परिवार भी मांगेगा न्याय
मयंक के भाई कुशाग्र कटिहार ने बताया कि वे बुधवार को एसीपी अभिषेक पांडे से मिलेंगे, जो पहले से ही विनीत दुबे केस की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम भी डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएंगे ताकि और किसी की जान इस लापरवाही की वजह से न जाए। मयंक की मौत के वक्त पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था, इसलिए तब रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी। लेकिन जब विनीत का मामला सामने आया और डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर हुई, तब मयंक का परिवार भी सामने आया और न्याय की मांग करने लगा।
क्या कहता है कानून?
अगर इलाज में लापरवाही से किसी की मौत होती है, तो संबंधित डॉक्टर के खिलाफ IPC की धारा 304A (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज हो सकता है। इसके लिए मेडिकल काउंसिल से भी डॉक्टर के लाइसेंस की जांच हो सकती है।
परिजनों की मांग
डॉक्टर अनुष्का तिवारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
क्लिनिक की जांच की जाए।
भविष्य में किसी और मरीज के साथ ऐसा न हो, इसके लिए मेडिकल गाइडलाइंस सख्ती से लागू की जाएं।