मिल्कीपुर चुनाव के नतीजों पर मायावती ने अखिलेश से मांगा जवाब, कहा- सपा क्यों हारी?

punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2025 - 01:43 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के परिणाम में बीजेपी के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान ने बड़ी जीत दर्ज की है। जबकि सपा प्रत्याशी की करारी हार हुई। इसे लेकर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो ने अखिलेश यादव पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक लंबा चौड़ा प्रेसविाप्ति जारी की है। विाप्ति के हवाले से उन्होंने कहा कि पिछली बार सपा ने अपनी हार के लिए बी.एस.पी. को जिम्मेवार ठहराकर बचना चाहा था, लेकिन मिल्कीपुर में हुए उपचुनाव में बसपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था उसके बावजूद भी समाजवादी पार्टी की करारी हार हुई। अपनी इस करारी हार का जवाब जनता को दे कि सपा वहां पर क्यों हारी?

दो करोड़ जनता से किए गए जनहित वादों को पूरा करे भाजपा
मायावती ने दिल्ली में आए नतीजों को लेकर भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने 'हवा चले जिधर की, चलो तुम उधर की' के तर्ज पर विधानसभा आमचुनाव में वोट देकर भाजपा की सरकार 27 वर्षों के बाद दिल्ली में बना दी है, तो केन्द्र की भाजपा सरकार का उत्तरदायित्व बनता है कि वह दिल्ली की लगभग दो करोड़ जनता से किए गए जनहित व जनकल्याण के तमाम वादों और गारण्टियों आदि को पूरी ईमानदारी व निष्ठा से जल्दी पूरा करे।

सत्ता में रही पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का जिम्मेदार
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा वादा व गारण्टी निभाना जरूरी ताकि आम लोगों का जीवनबेहतर अर्थात् 'अच्छे दिन' वाला, दूसरे गरीब व मेहनतकश लोगों से, थोड़ा बेहतर जरूर हो सके और इस क्रम में सबसे पहले यमुना की सफाई तथा वायु प्रदूषण आदि से मुक्त करके दिल्ली को रहने योग्य स्वस्थ्य बनाये। मायावती ने कहा दिल्ली विधानसभा आमचुनाव का आये परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आगे कहा कि यह नतीजा, लगभग 27 वर्षों के लम्बे इंतजार के बाद, भाजपा के पक्ष में लगभग एकतरफा होने से बी.एस.पी. राहित दूसरी पार्टियों को काफी नुकसान सहना पड़ा है तो इसका एक प्रमुख कारण अब तक दिल्ली में सत्ता में रही स्वयं आप पार्टी की सरकार है।

 राजनीतिक द्वेष की वजह से दिल्ली का नहीं हुआ विकास
मायाती ने कहा कि अगर देखा जाए तो दिल्ली की आप पार्टी भाजपा व उसकी केन्द्र सरकार के बीच हर स्तर पर लगातार जबरदस्त राजनीतिक द्वेष, संघर्ष, टकराव व तनाव आदि के कारण दिल्ली का अपेक्षित एवं समुचित विकास ठीक से नहीं हो पाया है, जिसका खामियाजा खासकर गरीब व मेहनतकश परिवारों एवं अप्रवासी लोगों को विभिन्न रूपों में बराबर उठाना पड़ा है। किन्तु अब केन्द्र सरकार की विशेष जिम्मेदारी बनती है कि लोगों से किए गए अनेकों वादों व गारण्टियों को पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ पूरा करके सभी के दुख-दर्द वनित्य दिन की परेशानियों को पूरी तन्मयता से दूर करे और सबसे बढ़कर यमुना की सफाई तथा वायु प्रदूषण आदि से मुक्त करके दिल्ली को रहने योग्य स्वस्थ्य बनाये।

अम्बेडकरवादी लोगों को निराशा होने की जरूरत नहीं
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि  जहां तक बी.एस.पी. का सवाल है तो खासकर अम्बेडकरवादी लोगों को निराशा होने की जरूरत नहीं है क्योंकि जग जाहिर तौर पर उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के सामाजिक व राजनीतिक संघर्ष को जातिवादी पार्टियों इतनी आसानी से कभी भी सफल नहीं होने देगी, किन्तु परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेकर बी.एस.पी. के बैनर तले आगे बढ़ने का प्रयास पूरे तन, मन, धन से लगातार जारी रखना है तभी निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश की तरह इस मूवमेन्ट को सफलता जरूर मिलेगी और बहुत कुछ बदलेगा।

सर्वसमाज के लोगों में भी खासकर यूपी के गरीबों, मजदूरों, दलितों, अन्य पिछड़ों तथा मुस्लिम एवं अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों से यही कहना है कि भाजपा, कांग्रेस व सपा आदि जातिवादी पार्टियी उनकी हितैषी नहीं बल्कि अधिकतर मामलों में शोषक हैं तथा इन सभी लोगों का हित केवल अम्बेडकरवादी बी. एस.पी. व पार्टी की सरकार में ही निहित व सुरक्षित रह सकता है। यूपी इसकी खास मिसाल है।


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Ramkesh

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