होटल में बुलाई 20 साल की लड़की, 20 बॉडीगार्ड, लग्जरी गाड़ियां; 500 करोड़ के ठेके का झांसा—गोरखपुर का फर्जी IAS निकला महाठग, रोज खुल रहे नए कारनामे
punjabkesari.in Sunday, Dec 14, 2025 - 11:21 AM (IST)
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले ललित किशोर उर्फ गौरव सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसके चौंकाने वाले कारनामों की परतें एक-एक कर खुल रही हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह ठगी से जुटाए गए पैसों को अपनी शान-शौकत और अय्याशी पर खुले हाथों से खर्च करता था, ताकि उसका फर्जी अफसर वाला रुतबा बना रहे।
20 बॉडीगार्ड, लग्जरी गाड़ियां और आलीशान लाइफस्टाइल
पुलिस के मुताबिक, गौरव सिंह खुद को बड़ा अफसर दिखाने के लिए करीब 20 बॉडीगार्ड के साथ घूमता था। वह महंगे ब्रांडेड कपड़े पहनता, आईफोन इस्तेमाल करता और दो लग्जरी गाड़ियों में चलता था। लोगों से मुलाकात के लिए वह बड़े-बड़े होटलों में रुकता था, ताकि कोई उसके आईएएस होने पर शक न कर सके।
करोड़ों की संपत्तियों का भी चला पता
प्रारंभिक जांच में पुलिस को जानकारी मिली है कि गौरव के नाम पर लखनऊ में करीब 50 लाख रुपये का फ्लैट, बिहार में दो संपत्तियां और लखनऊ, गोरखपुर व बिहार में कई बैंक खाते हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर लेन-देन हुआ है। पुलिस इन सभी की जांच कर रही है।
ठेकेदार से 5 करोड़ से ज्यादा की ठगी
इस मामले में बिहार के ठेकेदार माधव मुकुंद ने फर्जी आईएएस की पोल खोलते हुए बताया कि उसकी मुलाकात गौरव से एक होटल में हुई थी। उस वक्त गौरव फोन पर खुद को बड़े अधिकारी की तरह पेश करते हुए छापेमारी और अफसरों को सस्पेंड करने की बातें कर रहा था। उसका रौब देखकर ठेकेदार को यकीन हो गया कि वह सच में कोई बड़ा आईएएस अधिकारी है। धीरे-धीरे दोनों के बीच संपर्क बढ़ा और अप्रैल 2025 में पटना में दोबारा मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान गौरव ने ठेकेदार से कहा कि वह छोटे-मोटे काम छोड़कर 500 करोड़ रुपए का केंद्र सरकार का बड़ा ठेका दिलवा सकता है। इसी झांसे में आकर ठेकेदार उसके जाल में फंस गया।
फर्जी टेंडर और अखबार की कटिंग दिखाकर बनाया शिकार
गौरव ने ठेकेदार को 450 करोड़ रुपए के ठेके का झांसा दिया और व्हाट्सएप पर फर्जी कागजात व अखबार की कटिंग भी भेजी। अगले तीन-चार महीनों में ठेकेदार ने करीब 5 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर दिए। लग्जरी गाड़ियां तक उसे उपलब्ध कराईं।
धीरे-धीरे खुलने लगा फर्जीवाड़ा
समय के साथ गौरव की गतिविधियों पर ठेकेदार को शक होने लगा। जांच-पड़ताल में साफ हो गया कि वह सिर्फ एक जालसाज है, जो खुद को आईएएस बताकर लोगों से पैसे ऐंठता है। इसके बाद ठेकेदार ने उससे अपनी गाड़ियां वापस ले लीं।
तीन गर्लफ्रेंड और अय्याशी की भी चर्चा
इस बीच यह भी सामने आया है कि फर्जी आईएएस की तीन गर्लफ्रेंड थीं। ठेकेदार के अनुसार, एक होटल में मुलाकात के दौरान देर रात एक युवती वहां पहुंची, जिसे गौरव ने रिश्तेदार बताया, लेकिन पूरी रात वह उसी के कमरे में रहा। सुबह गार्डों की बातचीत से ठेकेदार को शक हुआ, लेकिन तब तक वह गौरव के जाल में फंसा हुआ था।
जेल में बंद, जांच जारी
फिलहाल फर्जी आईएएस ललित किशोर उर्फ गौरव सिंह जेल में बंद है। पुलिस लगातार उसके ठगी के नेटवर्क, संपत्तियों और बैंक लेन-देन की जांच कर रही है। हर दिन उसके नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं, जो सुर्खियां बन रहे हैं।

