मौत से पहले महंत नरेंद्र गिरि के फोन पर आए थे 35 कॉल, 18 पर की बातचीत...हरिद्वार कनेक्शन आया सामने
punjabkesari.in Friday, Sep 24, 2021 - 05:58 PM (IST)

प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है। शुरूआती जांच में पता चला है कि सोमवार यानि जिस दिन महंत नरेंद्र गिरि की मौत हुई तब उनके फोन पर कुल 35 कॉल आई थी। इसमें से 18 पर उन्होंने बातचीत की थी। बातचीत करने वालों में हरिद्वार के कुछ लोग और 2 बिल्डर भी शामिल थे। फोन कॉल के बाद जांच एजेंसी हरिद्वार कनेक्शन की जांच करने में जुटी है।
13 सितंबर से पहले ही नरेंद्र गिरी को मिल गई थी आपत्तिजनक वीडियो की जानकारी
एसआईटी नरेंद्र गिरि के मोबाइल की सीडीआर निकालकर इन लोगों से भी पूछताछ करेगी। हरिद्वार से कॉल करने वालों का डिटेल खंगालने के लिए हरिद्वार पुलिस को भी जानकारी भेजी गई है। बताया जा रहा है कि 13 सितंबर से पहले ही नरेंद्र गिरी को आपत्तिजनक वीडियो की जानकारी मिल गई थी। जिसके चलते मंहत नरेंद्र गिरि परेशान चल रहे थे।
सुरक्षा में तैनात सिपाहियों की भी जांच शुरू: SIT
इतना ही नहीं एसआईटी ने सुरक्षा में तैनात सिपाहियों की भी जांच शुरू कर दी है। 20 सितंबर को सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों की लोकेशन जांच टीम ने मंगी है। बताया जा रहा है कि पूरे घटनाक्रम की जानकारी जल्द एसआईटी सीबीआई के साथ साझा करेंगी।
महंत नरेंद्र गिरि ने बनवाई थी 3 वसीयत
वहीं महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में उनके वकील ने बड़ा खुलासे करते हुए कहा कि एक नहीं बल्कि 3 बार वसीयत बनवाई थी। हर बार उन्होंने अपना उत्तराधिकारी बदला दिया। पहली वसीयत 2010 में उन्होंने बनवाई जिसमें बलवीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाया। इसके बाद 2011 में उन्होंने दूसरी वसीयत तैयार करवाई, जिसमें अपने शिष्य स्वामी आनंद गिरि को उत्तराधिकारी बनाया। इसके बाद 2020 में एक और वसीयत तैयार करवाई जिसमें पहले की दोनों वसीयतों को रद्द करवाते हुए बलवीर गिरि को फिर से उत्तरधिकारी घोषित किया।