बीमा कराने के नाम करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के 6 सदस्य लखनऊ से गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Aug 26, 2020 - 07:11 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बीमे के साथ बोनस देने, जीवन भर हेल्थ इंशयोरेंश दिलाने व कम्पनियों में निवेश करने पर कम समय मे रूपया दोगुना करने का झांसा देकर रिटायर्ड  अधिकारियों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सहित छह लोगों को आज लखनऊ से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से बीमा में बोनस देने, जीवन भर स्वास्थ्य बीमा दिलाने व कम्पनियों में इनवेस्ट करने पर कम समय मे रूपया दोगुना करने का लालच देकर जनता से करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले गिरोह की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थीं। इस सम्बन्ध एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक अभिताभ यश के निर्देशन में प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के पर्यवेक्षण मे एसटीएफ मुख्यालय स्थित साइबर टीम को अभिसूचना संकलन एवं गिरोह को पकड़ने के लिए लगाया गया था।

उन्होंने बताया कि इसी क्रम में साइबर टीम को अभिसूचना संकलन के माध्यम से पता चला कि रिटायडर् अपर निदेशक चिकित्सा स्वाथ्य एवं परिवार कल्याण सेवाएं डाक्टर सीबी चौरासिया निवासी इंदिरानगर से लगभग 40 लाख एवं रिटायर्ड  पुलिस उपाधीक्षक रंजीत सिंह बोरा निवासी एनडी तिवारी नगर विकास नगर से 4,14,474 की ठगी बीमा मे बोनस देने जीवन भर स्वास्थ्य बीमा दिलाने व कम्पनियों मे इनवेस्ट करने पर कम समय मे दोगुना करने का लालच देकर ठगों द्वारा फर्जी कम्पनियों एलायंज ग्रीन सिटी, आरआईएल डेवलपर्स, एमडीआई-ई कामर्स,मैक्स लाइफ म्युचुअल फाउंडेशन,गोल्डेन आरकिड, वेट फोलिओ सर्विस आदि के नाम पर खोले गये बैंक खातों मे जमा कराकर की गयी है। प्रवक्ता ने बताया कि जिसके परिपे्रक्ष्य में चौरासिया ने गाजीपुर,लखनऊ में व रंजीत सिंह बोरा द्वारा विकास नगर थाने लखनऊ में पिछले साल पंजीकृत कराया गया। उपरोक्त के परिपेक्ष्य में सूचना को विकसित करते हुए मुखबिर खास द्वारा मिली सूचना के आधार पर आज को इन्दिरा नगर लखनऊ से अभिनव सक्सेना उफर् टीटू निवासी कानपुर नगर, वेदप्रकाश द्विवेदी उफर् पिंटू निवासी सिद्वार्थनगर,मो अरमान निवासी बाराबंकी, नेहा सक्सेना निवासी सर्वोदय नगर इन्दिरा नगर, प्रिया सक्सेना निवासी कानपुर और मिनाक्षी निवासी भारती नरही हजरतगंज लखनऊ को गिरफ्तार किया।

उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों के पास से 11 मोबाइल फोन,एटीएम काडर्,चेक बुक,आधार कार्ड,पैन कार्ड  और चार पहिया वाहन बरामद किया। गिरफ्तार आरोपी अभिनव सक्सेना ने बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह है। गिरोह का सदस्य वेद प्रकाश, जो फर्जी नाम पते पर कम्पनी रजिस्टडर् कराता है एवं कम्पनियों के नाम पर विभिन्न बैंकों मे खाता खुलवाता है। कम्पनियों के नाम पर खोले गये बैंक खातों के एटीएम व चेक बुक हस्ताक्षरित कराकर वेद मुझे उपलब्ध करा देता है। जिसके लिए वेद ठगी से खातों में आये हुए रूपयों का 25 प्रतिशत कमीन लेता है। नेहा सक्सेना जो मेरी बहन है व पीएनबी मेट लाइफ मे कार्यरत है, मुझे बीमा से सम्बन्धित कस्टमर का डेटा उपलब्ध कराती है। इस डेटा पर मेरी पत्नी प्रिया, मिनाक्षी के साथ मिलकर दिल्ली, मुम्बई आफिस की बीमा कंपनियों के कर्मचारी बनकर राशी, श्रद्वा, आरुशी मलिक, मोनिका आदि नाम से नाम बदल-बदल कर काल करती व कराती है। हम लोगों द्वारा ज्यादातर रिटायर्ड अधिकारियों को अपने जाल में फंसाते हैं।  प्रवक्ता ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों को गाजीपुर थाने में दाखिल करा दिया गया है। आगे की कारर्वाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

 

 


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Ramkesh

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