एसआईटी जांच में 74 फर्जी शिक्षक बर्खास्त, दिए गए वेतन की होगी वसूली

punjabkesari.in Sunday, Dec 01, 2019 - 10:58 AM (IST)

मैनपुरी: कहा जाता है स्कूल शिक्षा का वो मंदिर है जहाँ नौनिहालो को जिंदगी जीने का हुनर सिखाया जाता है। जहाँ देश में मां के बाद यदि मान्यता दी जाती है तो वह गुरुओं को दी जाती है। ऐसे में यदि गुरु की ही  बुनियाद खोखली हो तो आने वाले भारत का भविष्य कैसा होगा यह किसी से छुपा नहीं है। परंतु गनीमत रही कि ऐसे ही कुछ नकली गुरुओं की असलियत से पर्दा उठा तो पूरे जिले में हड़कम्प मच गया। जी हम बात कर रहे है मैनपुरीं के उन 74 अध्यापकों की जो एसआईटी लखनऊ की जाँच में फर्जी पाए गए हैं। अब इनकीं सेवा समाप्ति कर वेतन बसूली की कार्रवाई का निर्णय लिया गया है।

जानकारी मुताबिक शैक्षिक सत्र 2005 में आगरा विश्वविद्यालय से बीएड की जारी की गई डिग्रियों की जांच एसआईटी ने पूरी कर ली। जिसमें 4500 से अधिक बीएड की डिग्रियां फर्जी और टेपर्ड होने का खुलासा किया गया। इन डिग्रियों की सीडी भी सत्यापन के लिए उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले में भेजी गई है। जिलाधिकारी मैनपुरी के आदेशानुसार बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप द्वारा 2 साल से इन बीएड फर्जी डिग्रियों की जांच चल रही थी जिसमें जनपद मैनपुरी के प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर सघनता से जांच की गई। यहां जांच में 78 शिक्षक फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करते हुए दिखे।
PunjabKesari
शिक्षकों द्वारा लिए गए वेतन की होगी रिकवरी: शिक्षा अधिकारी
जिला वेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि इन्हें बेगुनाही साबित करने के लिए 4 नवंबर से 6 नवंबर तक जिला चयन समिति के समक्ष व्यक्तिगत पेशी भी कराई गई। जिसमें से सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को अपनी बेगुनाही साबित करने का पूरा मौका भी दिया गया था। लेकिन फर्जी दस्तावेजों में फेरबदल के चलते समिति संतुष्ट नहीं हुई जिसके चलते शनिवार को 74 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। जबकि 4 शिक्षकों की अभी भी सघनता से जांच की जा रही है जिनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। बर्खास्त 74 शिक्षकों के विरुद्ध वैदिक कार्रवाई करते हुए इनके द्वारा लिए गए वेतन की रिकवरी (वसूली) भी की जाएगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ajay kumar

Recommended News

Related News

static