10वीं की छात्रा को नशीली ड्रिंक देकर गैंगरेप, वीडियो बना कर दी धमकी – कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद, बुलंदशहर में गूंजा इंसाफ का फैसला!
punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 07:35 AM (IST)

Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में सोमवार को एक विशेष पॉक्सो अदालत ने नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के मामले में 2 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने दोषियों पर ₹58,500 का जुर्माना भी लगाया है। यह मामला औरंगाबाद थाना क्षेत्र का है, जहां 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ यह जघन्य अपराध किया गया था। कोर्ट ने इस फैसले के जरिए एक सख्त संदेश दिया है कि नाबालिगों के साथ ऐसे अपराध किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
अभियोजन पक्ष (Prosecution) के मुताबिक पीड़िता एक स्कूली छात्रा थी और दसवीं कक्षा में पढ़ रही थी। करण और उसके जीजा सतवीर कई दिनों से लड़की का पीछा कर रहे थे। एक दिन जब वह स्कूल से लौट रही थी, तो दोनों ने उसे रास्ते में रोका। उसे नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाई गई और फिर जबरन गैंगरेप किया गया। आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया और वायरल करने की धमकी देकर कई बार उसका शोषण किया।
कब दर्ज हुई थी रिपोर्ट?
यह घटना सामने आने के बाद, 30 अप्रैल 2022 को पीड़िता के पिता ने औरंगाबाद थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को पहले से ही परेशान किया जा रहा था और आखिरकार उसके साथ जबरदस्ती की गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
कोर्ट में क्या हुआ?
केस की सुनवाई अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो कोर्ट-1) मनोज कुमार सिंह (III) की अदालत में हुई। सरकारी वकील महेश राघव ने अदालत के सामने सभी गवाहों और सबूतों को पेश किया। अदालत ने सभी सबूतों के आधार पर करण और सतवीर को दोषी करार दिया। दोनों को उम्रकैद की सजा दी गई और ₹58,500 का जुर्माना भी लगाया गया।
कोर्ट का संदेश
अदालत ने कहा कि यह एक बहुत ही गंभीर और अमानवीय अपराध है। इस तरह के मामलों में सख्त सजा जरूरी है ताकि समाज में डर और कानून का सम्मान बना रहे। कोर्ट के इस फैसले से लोगों को यह भरोसा मिला है कि न्याय मिलेगा और अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
इलाके में नाराजगी और चिंता
इस घटना के बाद बुलंदशहर और आसपास के इलाकों में लोगों में गुस्सा है। लोगों का कहना है कि महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को और भी सतर्क होना चाहिए। इस तरह की घटनाएं समाज में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं।