UP की ‘लुटेरी-फ्रॉड'' दुल्हन गिरफ्तार! 12 शिकार, 4 शादियां...2 दरोगा, 2 बैंक मैनेजर चढ़े हत्थे... करोड़ों का खेल, पुलिस अफसरों तक फैला नेटवर्क; दिव्यांशी के मायाजाल की कहानी
punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 12:37 PM (IST)
कानपुर (प्रांजुल मिश्रा ) : उत्तर प्रदेश की कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने उस ‘लुटेरी दुल्हन’ को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने शादी और प्यार के जाल में फंसाकर दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपए ऐंठे। लुटेरी या फिर यूं कहें कि फ्रॉड महिला बैंक मैनेजरों से लेकर सब-इंस्पेक्टर तक को दूल्हा बनाती रही। फिर उन्हीं पर रेप केस दर्ज कर वसूली का रैकेट चलाती रही। जांच में उसके 10 बैंक खातों में 8 करोड़ रुपए से अधिक का लेन-देन मिला है, जिनमें पुलिस अधिकारियों तक का कनेक्शन सामने आया है।
जानिए शातिर महिला का घिनौना खेल
कानपुर में गिरफ्तार हुई दिव्यांशी चौधरी नाम की फ्रॉड महिला ने अब तक 12 से अधिक लोगों को अपने जाल में फंसाया और कम से कम 4 से शादी की—पहले दो बैंक मैनेजर, फिर दो दरोगा। दिव्यांशी प्यार का नाटक कर शारीरिक संबंध बनाती, फिर रेप केस दर्ज कर धमकाती और मोटी रकम वसूलती थी। दो बैंक मैनेजरों पर रेप केस करने के बाद वह एक दरोगा से शादी कर मेरठ में ही नेटवर्क बनाती रही। बाद में ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा आदित्य कुमार लोचव की शिकायत पर केस खुलना शुरू हुआ। आदित्य ने बताया कि दिव्यांशी शादी के बाद लगातार पैसे मांगती थी और अपने फोन से UPI ऐप्स डिलीट कर देती थी।
ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में करोड़ों का लेन-देन
ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में करोड़ों रुपए के लेन-देन देखकर वह हैरान रह गया। दिव्यांशी के 10 खातों से करोड़ों रुपए मेरठ जोन के दरोगा, इंस्पेक्टर और एक सीओ तक को ट्रांसफर हुए थे। कुछ पुलिसकर्मी उसके गिरोह का हिस्सा थे और दरोगा आदित्य पर समझौते का दबाव बना रहे थे। दिव्यांशी ने शिकायत करके आदित्य पर उलटे 14.50 लाख हड़पने और कई महिलाओं से रिश्ते रखने का आरोप लगाया, लेकिन सबूतों ने उसका सच उजागर कर दिया।
पुलिस कमिश्नर की जांच में सामने आया कि दिव्यांशी ने तीन सरकारी कर्मचारियों पर फर्जी रेप केस करके करोड़ों ऐंठे और कई मामलों में समझौते करवा लिए। कई झूठी एफआईआर की फाइनल रिपोर्ट भी लग चुकी है। अभी तक की जांच में यह साफ है कि दिव्यांशी चौधरी सिर्फ ‘दुल्हन’ नहीं, बल्कि पूरा शादी–ब्लैकमेल–वसूली गैंग चलाती थी, जिसमें पुलिस वालों तक की मिलीभगत सामने आ चुकी है।

