UP में भी लगा अदाणी ग्रुप को एक बड़ा झटका, 'Prepaid Meter' लगाने का टेंडर रद्द

punjabkesari.in Monday, Feb 06, 2023 - 11:39 AM (IST)

लखनऊ: अदाणी ग्रुप (Adani Group) अभी तक हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) से लगे झटके से उबरा नहीं था कि इसी बीच उत्तर प्रदेश में भी एक जोरदार झटका लगा है। दरअसल UP में 2.5 करोड़ प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने हैं। इनके लिए 25 हजार करोड़ के टेंडर हुआ था, जिसे अब मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने निरस्त कर दिया है। इसकी लागत लगभग 5400 करोड़ है। इस टेंडर की दर अनुमानित लागत से करीब 48 से 65 प्रतिशत अधिक थी, जिसकी वजह से इसका शुरू से ही विरोध हो रहा था।

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 2.5 करोड़ प्रीपेड स्मार्ट मीटर का टेंडर हुआ निरस्त
बता दें कि प्रदेश में करीब 2.5 करोड़ प्रीपेड स्मार्ट मीटर (Prepaid Smart Meter) लगने हैं। इनके लिए 25 हजार करोड़ के टेंडर हुए हैं। इसमें मैसर्स अदाणी पावर ट्रांसमिशन (Adani Power Transmission) के अलावा GMR व इनटेली स्मार्ट कंपनी (Intelli Smart Company) ने टेंडर का पार्ट 2 हासिल किया था। इन्हें कार्य करने का आदेश जारी होने वाला था, लेकिन इनके टेंडर की दर को लेकर विरोध होने लगा। दरअसल टेंडर के मुताबिक, एक मीटर की कीमत करीब 9 से 10 हजार रुपए पड़ रही थी जबकि इसकी अनुमानित लागत 6 हजार रुपए प्रति मीटर है। इसके बाद यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UP Power Corporation Limited) ने प्रति मीटर अधिक मूल्य होने के मामले में ऊर्जा मंत्रालय से सलाह ली। जिसके बाद उन्होंने फैसला कॉरपोरेशन पर ही छोड़ दिया। इसी दौरान उपभोक्ता परिषद ने महंगा मीटर लगाकर उपभोक्ताओं पर भार डालने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत कर दी। इसके साथ ही परिषद ने नियामक आयोग में याचिका भी दायर कर दी।

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तकनीकी कारणों से टेंडर निरस्त किया गया है- अशोक कुमार
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता (वित्त) अशोक कुमार ने अदाणी समूह का टेंडर निरस्त कर दिया है। अब अन्य वितरण निगम और डिस्कॉम पर निगाह लगी हुई है। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि तकनीकी कारणों से टेंडर निरस्त किया गया है। इसका विस्तृत विवरण दस्तावेज देखने के बाद बता पाएंगे। बता दें कि राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने टेंडर निरस्त करने को जायज ठहराया है। उनका कहना है कि यह मीटर सिर्फ उपभोक्ताओं पर भार डालेगे। इसलिए इस टेंडर करने को निरस्त को सही ठहराया है।


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Content Editor

Harman Kaur

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