अखिलेश को मिल रहे हैं राहुल जैसे गलत सलाहकार, बृजभूषण ने दीया विवाद पर सपा प्रमुख को दी नसीहत
punjabkesari.in Tuesday, Oct 21, 2025 - 01:37 PM (IST)
गोंडा: रामनगरी अयोध्या समेत देश के विभिन्न हिस्सों में दीपावली के मौके पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश के दिपावाली को लेकर दिए गए बयान पर अब सियासत तेज हो गई। अब बीजेपी के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने अखिलेश की तुलना कांग्रेस नेता राहुल गांधी से करते हुए कहा कि “अखिलेश यादव को भी अब गलत सलाहकार मिलने लगे हैं, जैसे राहुल गांधी को मिले थे।
अखिलेश यादव को ऐसे सलाहकारों से सावधान रहना होगा
बृजभूषण सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अखिलेश यादव को ऐसे सलाहकारों से सावधान रहना चाहिए जो उन्हें सनातन संस्कृति से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा,“अखिलेश खुद सनातनी हैं, भगवान कृष्ण का मंदिर बनवा रहे हैं। उनके एक बयान से सनातन परंपरा नहीं रुकने वाली। जैसे रोजा-इफ्तार कोई नहीं रोक सकता, वैसे ही दीपावली और दीया जलाना भी कोई बंद नहीं कर सकता।
त्योहार किसी धर्म या समुदाय की आत्मा होते हैं
पूर्व सांसद ने आगे कहा कि यह परंपराएं आदिकाल से चली आ रही हैं और आगे भी चलती रहेंगी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि,“राहुल गांधी को भी कुछ सलाहकार मिले जिन्होंने उन्हें सनातन समाज से अलग कर दिया, लगता है अब वही सलाहकार अखिलेश के पास पहुंच गए हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने अखिलेश को नसीहत दी कि राजनीति में परंपरा और संस्कृति से टकराना नुकसानदेह साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि त्योहार किसी धर्म या समुदाय की आत्मा होते हैं, उन्हें बंद करने की बात करना जनता के दिलों को ठेस पहुंचाने जैसा है।
क्रिसमस और दिपावली की अखिलेश ने की थी तुलना
गौरतलब है कि दिपावली से पहले अखिलेश यादव ने दीया और मोमबत्ती जलाने पर विचित्र टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि हमें दीयों और मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों करना पड़ता है, जबकि दुनिया के कई देशों में क्रिसमस के दौरान शहर महीनों तक जगमगाते रहते हैं। अखिलेश ने दिवाली की क्रिसमस से तुलना करते हुए कहा कि हमें उनसे सीखना चाहिए। उन्होंने यूपी सरकार पर भी निशाना साधा कि लखनऊ को स्मार्ट सिटी कहा जाता है, लेकिन सड़कों पर जाम और कचरा अब भी आम है।

