सदन में योगी सरकार पर बरसे अखिलेश, बोले- यूपी में अस्पतालों का बुरा हाल, बजट का 65 फीसदी पैसा क्यों खर्च नहीं हुआ?
punjabkesari.in Friday, Dec 01, 2023 - 05:23 PM (IST)

लखनऊ: यूपी विधानसभा केे शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन है। जहां नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जोरदार जुबानी हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि मैं सदन में ये दावे के साथ कह रहा हूं कि एक दिन बीजेपी वाले भी जातीय जनगणना के साथ खड़े हो जाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि जब हम यहां आए तो लॉलीपॉप देकर बैठने की बात की गई।
बजट का 65 पैसा बचा हुआ है...
उन्होंने कहा कि सवाल यह उठ रहा है कि जब पूर्ण बजट खर्च नहीं किया गया। बजट का 65 पैसा बचा हुआ है। आखिर में यह बजट लाया ही क्यों गया जब पैसा ही खर्च नहीं किया गया या फिर ऐसा है कि इस सरकार के पास कोई विजन नहीं है। सरकार ने जो कहा था वो नहीं किया गया। मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 'जो कहा वह नहीं किया'। यह सरकार का असली नारा होना चाहिए। क्योंकि सरकार कहती है कि यूपी की अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन डॉलर का बना देंगे। सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को लेकर भी बजट में पैसा मांग रही है। सरकार को यह सोचना चाहिए या कहना चाहिए कि वह आधे-अधूरे उद्घाटन थे।
'डबल इंजन की सरकार है तो दिखना चाहिए'
अखिलेश ने आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था की तुलना जब बाकी राज्यों से की जाती है तब यूपी का स्थान 18वें नंबर आता है। डबल इंजन की सरकार है तो दिखना चाहिए, वित्त मंत्री मुख्यमंत्री को गुमराह करते हैं। राज्य के अस्पतालों को पीपीपी मॉडल पर देना चाहती है। सरकार इसलिए मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है, लेकिन अस्पताल की स्थिति क्या है वो खुद देखकर बता सकते हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि मैं किसी योजना से किसी गरीब का लाभ हो जाए उसके खिलाफ नहीं बोलना चाहता हूं।
सरकार चाहती है कि लोग प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज करवाएं- अखिलेश
एक आयुष्मान योजना है, उससे भी अच्छी योजना बनाई जाए, कभी समाजवादियों ने ऐसा करके दिखाया भी था। लोहिया इंस्टीट्यूट नेताजी की सोच पर आधारित है। सैफई का इंस्टिट्यूट भी उसी आधार पर बना है। यह सरकार लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से मुंबई तक मेडिकल कॉलेजों का प्रचार करती है. जबकि स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार करने वाले राज्यों की सूची में इसका नाम ही नहीं है। पूर्व सीएम ने योगी सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि यह सरकार चाहती है कि लोग प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज करवाएं। इसलिए ही तो स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर आपका बजट मात्र 174 करोड़ रुपए है। नेता सदन भी जानते होंगे या उनके पास जो जनता दरबार में आते होंगे वो बताते होंगे।