विवादों के बीच अखिलेश ने स्‍वामी प्रसाद मौर्य का सपा में बढ़ाया कद, बनाया राष्ट्रीय महासचिव

punjabkesari.in Sunday, Jan 29, 2023 - 03:58 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने अपने ट्वीटर हैंडल से नई कार्यकारिणी की लिस्ट जारी कर सबको चौंका दिया है। सपा ने पार्टी में चाचा शिवपाल यादव का कद बढ़ दिया है। सपा ने शिवपाल को राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। वहीं रामचरितमानस विवाद के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य को भी प्रमोशन मिला है। सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। इसके साथ ही आजम खान को भी राष्ट्रीय महासचिव की लिस्ट में शामिल किया गया है।

 

पिछले कई दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी कर चर्चा में हैं। देश के तमाम हिन्दी संगठन, कई नेता और संत समाज ने मौर्य का कड़ा विरोध किया है। अभी भी विवाद शांत नहीं हुआ है। अखिलश यादव ने इस मामले में अभी तक चुप्पी साधी हुई है। जिसके चलते उनपर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच कार्यकारिणी की लिस्ट में स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम शामिल होना ये बताता है कि समाजवादी पार्टी कहीं न कहीं मौर्य के बयान से कोई आपत्ति नहीं है।
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क्या कहा था स्वामी प्रसाद ने? 
इन दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के एक बयान से बवाल मचा हुआ है। उन्होंने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है। यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है। सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए।

रामचरितमानस के अंश पर जताई आपत्ति
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिनपर हमें आपत्ति है। क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है। तुलसीदास की रामायण की चौपाई है। इसमें वह शुद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं। 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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