राम मंदिर में ध्वजारोहण के बीच अखिलेश का बड़ा संदेश! इटावा के केदारेश्वर महादेव मंदिर से अयोध्या दर्शन पर दिया संकेत, राजनीति में हलचल!

punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 12:20 PM (IST)

Ayodhya News: अयोध्या में आज बड़ा धार्मिक कार्यक्रम हो रहा है। राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराई जा रही है और इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अयोध्या पहुंचे हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की एक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से चर्चा में आ गई है।

अखिलेश का पोस्ट—इटावा के केदारेश्वर महादेव मंदिर का जिक्र
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ (ट्विटर) पर लिखा कि “पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूरा करेंगे।” उन्होंने आगे लिखा—“आस्था जीवन में सकारात्मकता और सद्भाव लाती है। दर्शन के लिए ईश्वर ही मार्ग बनाते हैं और वही बुलाते हैं। हम सब तो ईश्वर के बनाए मार्ग पर चलने वाले यात्री हैं… आस्थावान रहें, सकारात्मक रहें।” उनकी यह पोस्ट ऐसे समय पर आई है जब पूरे देश की नजर अयोध्या पर है। इसलिए राजनीतिक और धार्मिक दोनों ही हलकों में अखिलेश के इस बयान को खास महत्व दिया जा रहा है।

राम मंदिर जाने पर पहले ही साफ कर चुके हैं अपना रुख
कुछ समय पहले एक इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने कहा था कि वह राम मंदिर तभी दर्शन करने जाएंगे जब उसका निर्माण पूरी तरह पूरा हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि इटावा में बन रहा ‘केदारेश्वर महादेव मंदिर’ जल्द पूरा होने वाला है। मंदिर पूरी तरह बनते ही वे वहां पूजा करेंगे और इसके बाद सीधे परिवार के साथ अयोध्या जाएंगे।

इटावा में बन रहा केदारनाथ जैसा भव्य मंदिर
अखिलेश यादव इटावा में केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर ‘केदारेश्वर महादेव मंदिर’ का निर्माण करवा रहे हैं। यह मंदिर इटावा सफारी पार्क के सामने बन रहा है। महाशिवरात्रि के दिन अखिलेश ने इस मंदिर का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया था। उस दिन यादव परिवार के कई सदस्य मंदिर के निर्माण कार्य को देखने पहुंचे थे। तमिलनाडु से आए पुजारियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ पूजा शुरू की थी।

अखिलेश की पोस्ट क्यों बनी चर्चा का विषय?
अयोध्या में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बीच अखिलेश यादव का यह पोस्ट आना, और उसमें 'अन्य मंदिरों के दर्शन' का जिक्र करना—राजनीतिक संकेतों को और मजबूत करता है। आस्था, दर्शन और मंदिर निर्माण को लेकर उनका यह संदेश सियासी हलकों में नए चर्चा के केंद्र बन गया है।


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Content Editor

Anil Kapoor

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