बदायूं: मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल से कूदकर मरीज ने की आत्महत्या, पिता ने लगाए गंभीर आरोप
punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2024 - 03:20 PM (IST)
बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के थाना सिविल लाइन क्षेत्र में आगरा मार्ग पर स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक युवक ने शुक्रवार सुबह कथित रूप से चौथी मंजिल पर स्थित वार्ड की खिड़की से कूद कर आत्महत्या कर ली। अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि युवक ने यह कदम सदमे की वजह से उठाया जबकि मृतक के पिता ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ पर लापरवाही, इलाज न करने और दवा न देने का आरोप लगाया है।
वार्ड बॉय को धक्का देकर खिड़की से कूद गया मरीज
जानकारी के मुताबिक, संभल निवासी सुभाष (30) चार दिसंबर की शाम मेडिकल कॉलेज आया था। उसे आठ महीने से टीबी की बीमारी थी। वह पहले भी मेडिकल कॉलेज से टीबी का इलाज करा कर गया था लेकिन उसने इलाज बीच में ही छोड़ दिया था। अब तबीयत खराब होने पर उसके परिजन उसे फिर मेडिकल कॉलेज में लेकर आए जहां उसे भर्ती कर लिया गया। डॉक्टर ने बताया कि शुक्रवार सुबह लगभग 3:00 बजे सुभाष के बगल वाले बिस्तर पर भर्ती एक मरीज को दिल का दौरा पड़ा था, जिससे उसकी मौत हो गई l उन्होंने बताया कि पड़ोसी मरीज की मौत के बाद सुभाष को सदमा लगा और आज सुबह जब उसके पिताजी दवा लेने नीचे दवा काउंटर पर गए तो सुभाष ने वार्ड की खिड़की खोल दी। इस पर वार्ड बॉय ने उसको रोकने का प्रयास किया किंतु वह उसे धक्का देकर वार्ड की खिड़की से नीचे कूद गया। तुरंत उसे इमरजेंसी में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के पिता ने लगाया लापरवाही का आरोप
इसके बाद मृतक सुभाष के पिता किशन पाल ने अपने बेटे की मौत का जिम्मेदार मेडिकल कॉलेज स्टाफ को बताया है। उन्होंने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि रात भर सुभाष सांस लेने में परेशानी और सीने में दर्द से कराहता रहा किंतु किसी भी मेडिकल स्टाफ ने उनकी नहीं सुनी । किशनपाल ने कहा कि बार बार कहने पर भी वार्ड में मौजूद स्टाफ ने उसे दवा नहीं दी जिससे परेशान होकर आज सुबह सुभाष ने वार्ड की खिड़की से छलांग लगा दी। हालांकि प्रभारी प्रधानाचार्य डॉक्टर नेहा ने इस मामले में मेडिकल कॉलेज के स्टाफ या किसी डॉक्टर की लापरवाही से साफ इनकार किया है।