बाहुबली रमाकांत यादव को मिली सशर्त जमानत, हाईकोर्ट ने कहा- विवाद ऐसा नहीं है, जिसमें उसे जेल में ही रखा जाए

punjabkesari.in Saturday, Jan 21, 2023 - 08:14 PM (IST)

प्रयागराजः इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बाहुबली रमाकांत यादव की सशर्त जमानत मंजूर कर ली है। इन पर 1998 के लोकसभा चुनाव के दौरान आजमगढ़ से बसपा प्रत्याशी रहे अकबर अहमद डंपी और बाहुबली रमाकांत यादव के समर्थकों के बीच विवाद तथा फायरिंग से कानून व्यवस्था ध्वस्त होने को लेकर फूलपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी,। जिस पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याची को सशर्त जमानत दे दी है। उक्त मुकदमे का विचारण चल रहा था। याची को जमानत पर रिहा किया गया था।

रमाकांत के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गया था
हाईकोर्ट में हाजिर न होने पर रमाकांत के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गया था। बाद में उसने कोर्ट में समर्पण किया। वह 25 जुलाई 2022 से जेल में बंद है। मामले की प्रकृति को देखते हुए कोर्ट ने कहा कि याची का आपराधिक इतिहास है, लेकिन मौजूदा मामले में उसे पहले ही जमानत मिली थी। विवाद ऐसा नहीं है, जिसमें उसे जेल में ही रखा जाए। अतः याची को जमानत पाने का हकदार मानते हुए न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह की एकल पीठ ने रमाकांत यादव की जमानत अर्जी को स्वीकार कर लिया है।

जेल में मिलने पहुंचे थे अखिलेश यादव
बता दें कि 22 अगस्त 2022 को आजमगढ़ के इटौरा स्थित मंडलीय कारागार में जहरीली शराब काण्ड समेत कई मामलों में निरुद्ध सपा के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव से मिलने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मिलने पहुंचे थे। इस दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चुन-चुन कर सपा नेताओं को फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल भेजने का काम कर रही है। सपा विधायक रमाकांत यादव को गलत मामलों में फंसाया गया। उनके ऊपर पुराने मामले थे इसमें उन को जमानत मिली थी लेकिन उनको नए मामलों में फंसा दिया गया। बीजेपी सरकार की यही साजिश विपक्षी नेताओं के साथ प्रदेश से लेकर देश में चल रही है। सीबीआई, ईडी और पुलिस का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।

क्या है आजमगढ़ जहरीली शराब कांड?                                                                 
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा ने बाहुबली रमाकांत यादव को फूलपुर-पवई सीट से उम्मीदवार बनाया था। चुनाव के दौरान ही फरवरी माह में रमाकांत यादव के भांजे रंगेश यादव ने अपने माहुल स्थित देशी शराब के ठेके से बड़ी मात्रा में जहरीली शराब बेची थी। जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई थी। घटना के बाद पुलिस ने क्षेत्र में तीन अवैध शराब फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में रंगेश यादव सहित 13 लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया था। विवेचना के दौरान इस मामले में रमाकांत यादव का नाम सामने आया था। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ajay kumar

Recommended News

Related News

static