BBD ग्रुप पर बड़ी कार्रवाई, 100 करोड़ की बेनामी संपत्तियां जब्त, कंपनी ने अपने ही दलित कर्मचारियों के नाम पर खरीदी थी संपत्तियां
punjabkesari.in Saturday, Jul 05, 2025 - 12:56 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, BBD ग्रुप द्वारा दलित कर्मचारियों के नाम पर खरीदी गई 100 करोड़ की 20 बेनामी संपत्तियों को जब्त कर लिया है। ये संपत्तियां मुख्य रूप से लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे के आसपास के गांवों में स्थित हैं और 2005 से 2015 के बीच कंपनी ने अपने कर्मचारियों के नाम पर खरीदी थीं।
जमीनों के असली लाभार्थी अलका दास
मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग के जांच में सामने आया कि ये जमीनें मुख्य तौर से उत्तरधौना, जुग्गौर, टेराखास, सरायशेख और सेमरा गांवों में खरीदे गए थे। बीबीडी ग्रुप के दलित कर्मचारियों के नाम पर ये जमीनें खरीदी गई थी। हालांकि, इन जमीनों के असली लाभार्थी दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास की पत्नी अलका दास और उनके बेटे विराज सागर दास थे।
बेनामी संपत्तियों की आयकर विभाग कर रहा था जांच
आयकर विभाग के द्वारा बेनामी संपत्तियों को लेकर 2021 से ही जांच चल रही थी जब 2021 में कार्रवाई शुरू हुई तो ज़मीनों को बचाने के लिए खुर्द-बुर्द करने के उद्देश्य से खरीद-फरोख्त भी की जाने लगी हालांकि विभाग द्वारा इन संपत्तियों के खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी गई ताकि कोई आम जनता की जीवन भर की पूंजी गंवानी न पड़े।
प्रारंभिक जांच ये तथ्य आए सामने
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इन संपत्तियों के संभावित लाभार्थियों में अलका दास, उनके पुत्र विराज सागर दास, तथा विराज इंफ्राटाउन प्राइवेट लिमिटेड व हाईटेक प्रोटेक्शन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों के नाम सम्मिलित हैं।
गुमनामी सम्पत्तियों का पता लगाने के लिए जांच अभी भी जारी
अब इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि आयकर विभाग वित्तीय अनियमितताओं और बेनामी संपत्ति के मामलों पर सख्ती से नज़र बनाए हुए है। BBD ग्रुप के खिलाफ यह कदम अन्य समूहों के लिए भी एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। आगे की जांच और कार्रवाई जारी है ताकि अन्य गुमनामी सम्पत्तियों का भी पता लगाया जा सके। फिलहाल इस कार्रवाई से अन्य समूहों में हड़कंप मचा हुआ है।