स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, नसबंदी कराने आईं महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन देकर डॉक्टर फरार

punjabkesari.in Saturday, Feb 11, 2023 - 01:01 PM (IST)

बाराबंकी (अर्जुन सिंह) : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग health Department को बेहतर होने को लेकर चाहे जितने भी दावे stakes कर ले विभाग के अधिकारी उन्हें हर बार गलत साबित कर देते हैं। ताजा मामला बाराबंकी के रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र Ramnagar Community Health Center का है। जहां नसबंदी कैंप लगा था। नसबंदी के लिए आई पांच महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया गया। जब टीम ऑपरेशन करने पहुंची तो वहां अव्यवस्था देख ऑपरेशन करने से हाथ खड़े कर दिया और बिना ऑपरेशन किए ही लौट गई। इससे ये महिलाएं कई घंटे तक सीएचसी CHC में बेहोश पड़ी रहीं। वहीं मामला सामने आने पर सीएमओ CMO ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

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सुविधाओं का हवाला दे ऑपरेशन से मना किया
आपको बता दें कि जिले के रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार को नसबंदी शिविर लगाया गया था। जिसमें नसबंदी कराने के लिए 19 महिलाओं ने पंजीकरण Registration कराया था। जिसमें से नसबंदी के लिए 18 महिलाएं ही पहुंची थीं। आरोप है कि नसबंदी के लिए मुख्यालय headquarters से भेजी जाने वाली टीम से वार्ता के बाद सीएचसी CHC के डॉक्टर ने इनमें से पांच महिलाओं को ऑपरेशन surgery से पहले बेहोशी unconsciousness के इंजेक्शन लगा दिए। जब तक टीम पहुंची तब तक ये महिलाएं पूरी तरह से बेसुध senseless हो चुकी थीं। जिसके बाद नसबंदी Vasectomy के लिए पहुंची टीम ओटी तक जाकर फौरन लौट आई। ओटी से लौटने के बाद टीम ने कहा कि ओटी में इतनी अव्यवस्था है कि यहां पर किसी भी तरह का ऑपरेशन करना खतरे से खाली नहीं है और टीम बिना ऑपरेशन किए ही लौट गई।

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CMO ने दिए जांच  के आदेश
महिलाओं की नसबंदी न होने के कारण वहां उनके साथ आए उनके परिजनों ने CHC पर लापरवाही Negligence का आरोप लगाकर हंगामा Ruckus खड़ा कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे मीडिया वालों से परिजनों ने बातचीत के दौरान बताया कि जब यहां सुविधा नहीं थी तो हमें पहले बता दिया होता। बेवजह हमें क्यों बुला लिया? हम नसबंदी के लिए जिला मुख्यालय चले जाते। वहीं जब इस मामले को लेकर CMO से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस तरह का मामला उनके संज्ञान में आया है। जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुठ कहा जा सकता हैं।  


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Content Editor

Prashant Tiwari

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