यूपी में असुरक्षित पुलों की दोबारा कराई गई जांच में हुआ बड़ा खुलासा, 83 नहीं 99 पुल हैं अनसेफ...
punjabkesari.in Thursday, Jan 23, 2025 - 12:22 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग ने प्रदेशभर में स्थित असुरक्षित पुलों का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। पहले के सर्वेक्षण में प्रदेश में 83 असुरक्षित पुल पाए गए थे, लेकिन ताजा रिपोर्ट के अनुसार अब यह संख्या बढ़कर 99 हो गई है। इसके अलावा, 66 पुलों को अति क्षतिग्रस्त स्थिति में पाया गया है।
पुराने पुल भी असुरक्षित पाए गए
सर्वेक्षण में पाया गया कि कुछ पुल अत्यधिक पुराने हैं और उनकी स्थिति गंभीर है। इनमें कन्नौज की गंग नहर पर बना 173 वर्ष पुराना पुल और औरैया में यमुना नदी पर स्थित 170 वर्ष पुराना पुल भी शामिल हैं। इसके अलावा, कानपुर देहात के रसूलाबाद में स्थित 150 वर्ष पुराना पुल और करहल में गंगा नहर पर 109 वर्ष पुराना पुल भी असुरक्षित पाए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार में पुलों के गिरने की घटना के बाद प्रदेश में 50 साल से पुराने सभी पुलों की जांच करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद लोनिवि ने इन पुलों का फिर से सर्वे किया।
सर्वेक्षण में मिले असुरक्षित पुल और मरम्मत की योजना
सर्वेक्षण के अनुसार, कई जिलों में असुरक्षित पुल पाए गए हैं। देवरिया में छोटी गंडक नदी पर स्थित 104 वर्ष पुराना पुल, औरैया में अछल्दा नहर और पुरहा नदी पर स्थित 100 वर्ष पुराने पुल भी असुरक्षित पाए गए हैं। इसके अलावा, सिद्धार्थनगर में आठ, कानपुर देहात में सात, उन्नाव और सहारनपुर में चार-चार असुरक्षित पुल हैं। इसी प्रकार मैनपुरी, अमेठी, कानपुर नगर, सीतापुर, गाजीपुर, रामपुर, झांसी और सोनभद्र में तीन-तीन पुल जर्जर स्थिति में हैं। साथ ही, सुलतानपुर, आजमगढ़, बरेली, शाहजहांपुर, गोरखपुर, जालौन, हरदोई, लखीमपुर खीरी, बागपत और प्रयागराज में दो-दो पुल क्षतिग्रस्त स्थिति में पाए गए हैं, जिनकी मरम्मत की जाएगी।
पुलों की सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम
इन पुलों की सुरक्षा को लेकर लोक निर्माण विभाग ने आवश्यक कदम उठाए हैं और कई पुलों के निर्माण के लिए योजना भी तैयार की है। रिपोर्ट में 31 पुलों के निर्माण का प्रस्ताव शामिल किया गया है, जहां पुलों की स्थिति बहुत खराब है, वहां यातायात रोकने और सुरक्षा बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए हैं। यह कदम प्रदेशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे हैं।