BSP के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह का बड़ा बयान,  कहा- योगी सरकार बताए 6 साल में अखिलेश यादव के कितने कामों की जांच कराई

punjabkesari.in Wednesday, Mar 15, 2023 - 01:59 PM (IST)

लखनऊ: बामसेफ, डीएस 4 व बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन पर राजधानी लखनऊ में पार्टी सुप्रीमो मायावती और बसपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान बसपा के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह ने समाजवादी पार्टी पर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगया। उन्होंने कहा कि उनके नेता बेतुकी बयानबाजी करते रहते है। अखिलेश यादव उन पर कोई कार्रवाई नहीं करते है। सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी भाजपा से सांसद है। जबकि स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा के खिलाफ बयान देते रहते है। उन्होंने कि अब आप ही समझ लीजिए कि भाजपा की बी टीम कौन है। उन्होंने 6 साल हो गए उत्तर प्रदेश सरकार बताए कि सपा सरकार में हुए किसी काम की जांच कराई है। दोनो पार्टियां आपस मिली हुई है। उत्तर प्रदेश में सपा का जनाधार खत्म हो चुका है। अखिलेश यादव जनाधार को बढ़ाने के लिए अन्य प्रदेश में जा रहा है।

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उन्होंने कहा कि हमारी सरकार दिल्ली में नहीं बनी है, दलित पिछड़ों के लिए बहुत कुछ करना बाकी है। संविधान और  कांशीराम के आदर्शों पर चल कर उनके अधिकार की लड़ाई  लड़ने का काम बहुजन समाज पार्टी करेगी। योगी सरकार के भागवत, पूजा पाठ कराने के लिए एक-एक लाख दिए जाने पर उन्होंने कहा कि इतनी छोटी रकम से क्या होगा। उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्य धर्मों के बारे में सरकार और संस्कृति मंत्रालय विभाग को सोचने की जरूरत है जिससे भविष्य में किसी को कुछ भी कहने का मौका न मिले।

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ये भी पढ़ें:- मायावती का आरोप- कांशीराम और उनके अनुयायियों का किया गया अपमान, चुनाव में सफलता हासिल कर विरोधियों को देना होगा करारा जवाब

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने बुधवार को पार्टी संस्थापक कांशीराम (Kanshi Ram) के जन्मदिन पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की और चुनावी सफलता और सत्ता की मास्टर चाबी हासिल कर विरोधियों को करारा जवाब देने का आह्वान किया। बसपा सुप्रीमो ने सुबह पार्टी कार्यालय में कांशीराम ((Kanshi Ram)) को पुष्पांजलि (Wreath) अर्पित करने के बाद आरोप लगाया कि कांशीराम और उनके अनुयायियों का अपमान किया गया।


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Ramkesh

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