निकाय चुनाव में भाजपा का मुस्लिम कार्ड कर सकता है बड़ा उलटफेर
punjabkesari.in Saturday, Dec 10, 2022 - 05:48 PM (IST)

रामपुर: भाजपा का मुस्लिम कार्ड निकाय चुनाव में भी बड़ा उलटफेर कर सकता है। आजादी पूर्व से रामपुर में कोई हिन्दू पालिकाध्यक्ष नहीं बना है। विधानसभा उप चुनाव में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में भाजपा को मिले वोट ने सपाइयों की चिंता बढ़ा दी है। भाजपा मुसलमानों का खुले-दिल से खैरमकदम कर रही है। रामपुर से पूरी यूपी के लिए लोकसभा चुनाव वर्ष 2024 के लिए भी भाजपा रणनीतिकारों के हाथ फार्मूला आ गया है।
भाजपा रणनीतिकारों का सफल रहा प्रयोग
भाजपा रणनीतिकारों ने रामपुर में हिंदुत्व कार्ड को साथ लेते हुए मुस्लिम कार्ड खेला था जोकि, सफल रहा। आजादी के 75 वर्ष बाद पहली बार मुस्लिम बाहुल्य जिले में कमल खिला है। यूपी में घोषित निकाय चुनाव में भी इस फार्मूले का प्रयोग करते हुए मुसलमानों को तेजी से साथ जोड़ने पर काम होगा। क्योंकि भाजपा रणनीतिकारों की नजर निकाय चुनाव में ज्यादा सीटें जीतना है ताकि, लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों की जीत आसान हो सके।
मुसलमानों के भाजपा के साथ आने से सपा, बसपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं
यूपी में मुसलमानों के भाजपा के साथ आने से सपा, बसपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। देश के मुसलमानों को रामपुर सीट जीतकर भाजपा के रणनीतिकारों ने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि मुसलमान अब तमाम जंजीरों को तोड़कर भाजपा के साथ जुड़ गया है। शहर में बूथ नंबर एक आंबेडकर चिल्ड्रन स्कूल डूंगपुर से लेकर रजा डिग्री कालेज, प्राइमरी स्कूल अखूने खिलान, बेबी गार्डन स्कूल, मुराद जूनियर हाईस्कूल, राजकीय रजा इंटर कालेज, फिजीकल कालेज, इंदिरा जूनियर हाईस्कूल, मकबरा जनाबे आलिया, घेर मीरबाज खां, गुइया तालाब समेत मुस्लिमों की घनी आबादी वाले मोहल्लों में पहली बार कमल खिला है।