संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ होने पर चुप नहीं बैठेगी बसपा, मायावती ने भाजपा को दी चेतावनी
punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 07:17 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ पर गहरी आपत्ति जताई है। लखनऊ में शनिवार को उन्होंने मीडिया को संबोधित किया और कहा कि संविधान की मूल भावना से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। छेड़छाड़ होने पर बसपा चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि सर्वजन सुखाय देश के निर्माण के लिए उद्देश्यों के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने आजीवन संघर्षों के आधार पर मानवतावादी संविधान दिया है। पहले कांग्रेस पार्टी की केंद्र में रही अब केंद्र में बीजेपी की नेतृत्व में एनडीए सरकार के लोगों अपनी अपनी पार्टी के विचारधारा राजनीतिक स्वार्थ के तहत संविधान में समय-समय पर गैर जरूरी परिवर्तन किए हैं। जिसकी अंबेडकरवादी पार्टी बसपा निंदा करती है।
चुनाव आयोग को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए
कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी सरकार गलत नीति के तहत और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी चली चलती रहती है। संविधान संशोधन आदि मामलों में ये दोनों पार्टियों दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और दोहरा चरित्र अपना आती है अंदर-अंदर एक हो जाती है। आदिवासी दलित पिछड़ों के लिए अन्य वर्गों के लिए भी भारतीय संविधान से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए। अब किसी और प्रकार का छेड़छाड़ करना ठीक बात नहीं है संविधान में वोटर लिस्ट में भी समय-समय पर सुधार की बात की जा रही है । चुनाव आयोग को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए सभी राजनीतिक पार्टियों को विश्वास में लेकर काम करना चाहिए।
बंगाल ही नहीं पूरे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं
उन्होंने कहा कि बंगाल के साथ साथ पूरे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। ऐसी घटनाओं को हमारी पार्टी बर्दाश्त करने वाले नहीं है। ये दुखद है कि देश को भारतीय संविधान के मामले में बार बार अप्रिय परिस्थिति का सामना करना पड़ता है। बीएसपी को इन पार्टी के विरुद्ध ऐसा लगता है हमें भी आवाज उठानी होगी। अगर इन्होंने संविधान विरोधी चरित्र नहीं बदला तो दबे कुचले लोग विकार सेक्शन के लोगों आगे आने का मौका नहीं मिलेगा जिन्हें भारतीय संविधान के तहत मौका दिया गया है।
भाषा के नाम पर राजनीति ठीक नहीं
देश के कई राज्य में भाषा के नाम पर की जा रही राजनीति ठीक नहीं है। संविधान की मूल भावना के अनुसार सभी भाषाओं को सम्मान देना जरूरी है। भाषा को लेकर बहस होना गलत बात नहीं लेकिन पार्टी का टकराव भाषा को लेकर नहीं होना चाहिए। केंद्रीय चुनाव आयोग को अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाही और सभी राजनीतिक पार्टी को विश्वाश में लेकर चलना चाहिए। देश में धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर जो जातीय उन्माद टकराव और हिंसकों स्थिति उत्पन्न की जा रही और दलित और अन्य वर्ग का जो उत्पीड़न किया जा रहा ये भी अच्छी बात नहीं।
संविधान के विरुद्ध कार्य होगा तो बसपा बर्दाश्त नहीं करेंगी
राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए अगर संविधान के विरुद्ध कार्य होगा तो बसपा बर्दाश्त नहीं करेंगी। आतंकवादी घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र सरकार को तैयारी के साथ रहना चाहिए देश में सर्व समाज के हित एवं कल्याण हेतु संवर्जिन हिताय और सर्वजन सुखाए एवं देश के निर्माण के लिए पवित्र उद्देश्यों के लिए बाबा साहब ने मानवतावादी बेहतरीन संविधान दिया। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस पार्टी ने और अब पिछले कुछ वर्षों से बीजेपी सरकार के लोगों ने देशहित पर कभी भी पूरी ईमानदारी और निष्ठा से अमल नहीं किया। राजनीतिक स्वार्थ के तहत संविधान में गैर जरूरी परिवर्तन किए हैं। इसकी बीएसपी कड़े शब्दों में निंदा करती है।
संविधान को बदलना चाहती है भाजपा
आरक्षण सम्बन्धी मामले देश के दलितों पिछड़ों के लिए भारतीय संविधान की पवित्रता हमेशा बनी रहे। इन दोनों पार्टी के कार्यकलापों से जाहिर होता ये अंदर ही अन्दर मिलकर बाबा साहब के संविधान को बदलकर पुराने जातिवादी ढांचे में बदलना चाहती है। दिल्ली उत्तराखंड उत्तर प्रदेश में बीएसपी की बैठकर चलती रही है पार्टी में हर स्तर का संगठन जब सही से तैयार नहीं हो जाता तब तक ये बैठकर चलती रहेगी। हमारी पार्टी पूरे देश में पार्टी के जनाधार को मजबूत करने में लगी