24 का चक्रव्यूहः कभी थे संग अब लड़ रहे कुर्सी की जंग, रितेश पांडे-लालजी वर्मा आमने सामने
punjabkesari.in Sunday, Apr 21, 2024 - 08:35 PM (IST)
अंबेडकरनगर: डॉ. राम मनोहर लोहिया की जन्मस्थली अकबरपुर में समाजवाद की नर्सरी लहराई जरूर लेकिन विचारधारा का वटवृक्ष खड़ा नहीं हो सका। यहां पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीन बार चुनाव जीतकर लोकसभा सीट का मिजाज ही बदल दिया। बसपा के कब्जे वाली अंबेडकरनगर लोकसभा सीट मोदी लहर के चलते 2014 में भाजपा के कब्जे में आई थी। लोकसभा सीट से कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा बसपा ही सफल रही है। 2019 के चुनाव में बसपा से रितेश पांडे सांसद चुने गए थे। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बसपा छोड़कर पार्टी में शामिल हुए सांसद रितेश पांडे पर दांव लगाते हुए उन्हें अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
बसपा के कद्दावर नेता रहे लालजी वर्मा को सपा ने बनाया प्रत्याशी
वहीं समाजवादी पार्टी ने बसपा के कद्दावर नेता रहे लालजी वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है। लालजी वर्मा की कुर्मी नेताओं में अच्छी पैठ मानी जाती है। वहीं बसपा ने अभी तक भी अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। हालांकि करीब एक माह से कलाम शाह अपने आप को दावेदार बता रहे थे, लेकिन एक ऑडियो वायरल होने के बाद उनका भी पत्ता कट गया है। अंबेडकरनगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत अकबरपुर, टांडा, जलालपुर, कटेहरी, गोसाईगंज विधानसभा शामिल हैं। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार अंबेडकरनगर की जनसंख्या लगभग 24 लाख थी। जनपद की 72.23 फीसदी जनसंख्या साक्षर है। समय के साथ-साथ मतदाताओं की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई।