24 का चक्रव्यूहः गाजीपुर में अफजाल की बेटी को उतार सकती समाजवादी पार्टी, जानिए क्या है वजह
punjabkesari.in Wednesday, May 01, 2024 - 06:27 PM (IST)
लखनऊः गाजीपुर संसदीय सीट पर समाजवादी पार्टी ने फिलहाल सांसद अफजाल अंसारी को उम्मीदवार घोषित कर रखा है, लेकिन अभी उनके चुनाव लड़ने को लेकर सस्पेंस है। विधायक कृष्णानंद राय हत्या कांड के बाद गैंगस्टर एक्ट के तहत अफजाल अंसारी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले में उन्हें चार साल की सजा सुनाई गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में हाईकोर्ट को सुनवाई के लिए कहा है। हाईकोर्ट का फैसला यदि अफजाल के पक्ष में आता है तो वे चुनाव लड़ पाएंगे और विरोध में आता है तो मैदान से 19 बाहर हो जाएंगे। यही वजह है कि उन्होंने अपनी बेटी नुसरत को अचानक क्षेत्र में सक्रिय कर दिया है। इससे इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि फैसला यदि खिलाफ आता है तो पिता की राजनीति को नुसरत ही आगे बढ़ाएंगी।
भाजपा ने मनोज सिन्हा के करीबी को बनाया उम्मीदवार
भाजपा ने इस सीट से पारसनाथ राय को मैदान में उतारा है। पारसनाथ राय जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल और गाजीपुर से सांसद रहे मनोज सिन्हा के करीबी हैं। पहले मनोज सिन्हा को ही भाजपा की ओर से मैदान में उतारने की चर्चा थी। मनोज सिन्हा के बेटे ने भी टिकट चाह रहे थे। पार्टी ने मनोज सिन्हा की पसंद पर ही पारसनाथ राय को टिकट दिया है। बसपा ने इस सीट पर उमेश सिंह को मौका दिया है। इस संसदीय सीट से 2004 और 2019 में अफजाल अंसारी सांसद बने थे। 2019 में बसपा और 2004 में समाजवादी पार्टी से उन्हें जीत मिली। इस बार उन्होंने पाला बदल लिया और सपा के टिकट पर मैदान में आ गए। जबकि यहां से भाजपा के मनोज सिन्हा 1996,1999 और 2014 में जीते थे।
पहली बार बिना मुख्तार अंसारी के हो रहा चुनाव
यह पहला चुनाव होगा जब मुख्तार अंसारी का हस्तपेक्ष नहीं होगा। परिवार का सदस्य मैदान में रहा हो या न रहा हो मुख्तार का हस्तक्षेप जरूर होता था। मुख्तार की मौत के बाद अफजाल अंसारी और उनका परिवार सहानुभूति के सहारे जीत हासिल करना चाहता है। हालांकि अभी कोर्ट के फैसले के बाद ही तय होगा कि अफजाल मैदान में आएंगे या नहीं। फिलहाल बिना किसी तामझाम के नुसरत क्षेत्र में घूम रही हैं। वह चुनाव लड़ेंगी या नहीं इस पर भी वह कुछ नहीं बोलतीं।