मोहन भागवत से मिले चंपत राय, मंदिर ट्रस्ट में होंगी आर्थिक और कानूनी सलाहकार समितियां,लेन-देन पर रखेंगी नजर

punjabkesari.in Sunday, Jul 11, 2021 - 10:13 AM (IST)

चित्रकूटः  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत और एक प्रमुख हिंदू संत ने अयोध्या में अतिरिक्त जमीन खरीदने को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को राम मंदिर निर्माण में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कहा। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। राय शनिवार को यहां प्रसिद्ध हिन्दू आध्यात्मिक संत जगद्गुरु भद्राचार्य से मिलने के बाद अयोध्या रवाना हो गए। जबकि भागवत ने बुधवार को जगद्गुरु से भेंट की थी। आरएसएस की बैठक में शामिल होने के लिए राय बृहस्पतिवार की शाम अयोध्या से चित्रकूट आए थे। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने संघ प्रमुख से मुलाकात की।

बता दें कि दोनों के बीच राम मंदिर को लेकर चर्चा हुई। भागवत सतना जिले के चित्रकूट में आरएसएस के प्रचारकों की चार दिवसीय विचार-मंथन बैठक में भाग ले रहे हैं। यह बैठक शुक्रवार से शुरु हुई है। पिछले तीन दिनों के चित्रकूट प्रवास के दौरान चंपत राय ने यहां कई हिंदू अध्यात्मिक संतों एवं भगवा विद्वानों से भेंट की। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार यह माना जाता है कि भगवान राम और सीता ने अपने 14 साल के वनवास काल का अधिकांश समय चित्रकूट में बिताया था। वहीं राम मंदिर निर्माण को जमीन खरीद घोटाले के मामले के बाद अब आर्थिक और कानूनी सलाहकार समितियां गठित की जाएंगी। सूत्रों के मुताबिक ये समितियां लेनदेन पर नजर रखेंगी।

संत रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास ने बताया, ‘‘रामभद्राचार्य ने राम मंदिर के निर्माण के लिये चंपत राय को बधाई दी। जगद्गुरु ने राय से यह भी कहा कि अयोध्या को दुनिया के लिए भक्ति का केंद्र बनना चाहिए न कि विवादों का। उन्होंने राय से यह भी कहा कि मंदिर निर्माण में पारदर्शिता होनी चाहिए।'' उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष राय और जगद्गुरु के बीच बैठक लगभग 30 मिनट तक चली।

 


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Content Writer

Moulshree Tripathi

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