Chhath Puja 2025: उगते सूर्य को अर्घ्य देने घाटों पर उमड़ी श्रद्धालु की भारी भीड़, दयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों ने तोड़ा निर्जला उपवास
punjabkesari.in Tuesday, Oct 28, 2025 - 11:25 AM (IST)
लखनऊ: आस्था के महापर्व छठ पूजा का समापन श्रद्धा और उल्लास के वातावरण में हुआ। व्रतियों ने उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर पूजा संपन्न की। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में चार दिनों तक चलने वाले आस्था के महापर्व छठ पूजा का आज विधि-विधान के साथ समापन हुआ मंगलवार सुबह श्रद्धालुओं ने उदयीमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर भगवान छठ मैया से सुख, समृद्धि और परिवार की मंगल कामना की। इस अवसर पर शहर के विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।

वहीं गौतमबुद्ध नगर में विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने मंगलवार सुबह उगते भास्कर को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन किया। इस अवसर पर गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए थे। सुबह से ही पुलिस के अधिकारी विभिन्न घाटों पर निगरानी कर रहे थे। सबसे ज्यादा भीड़ ओखला बैराज पर रही। इसके अलावा यहां के विभिन्न सेक्टरों, गांवो और सोसाइटियों मे बनाए गए कृत्रिम घाटों पर छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने व्रत को संपूर्ण किया। पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह के प्रवक्ता ने बताया कि विभिन्न अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में छठ पूजा स्थलों का निरीक्षण करते हुए सुरक्षा का जायजा लिया।

उत्तर प्रदेश सहित बिहार में चार दिवसीय छठ पूजा के अंतिम दिन मंगलवार को तड़के से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा समेत विभिन्न नदियों और जलाशयों के घाटों पर पहुंचे और उन्होंने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। सुबह की पहली किरण के साथ ही लोगों ने ‘उषा अर्घ्य' देकर लोक आस्था के इस महापर्व का समापन किया।

अधिकारियों ने बताया कि राजधानी पटना में गंगा नदी के तट पर बने 100 से अधिक घाटों पर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न घटे। उन्होंने कहा कि विभिन्न घाटों पर स्वास्थ्य संबंधी सहायता के लिए कई चिकित्सा शिविर भी लगाए गए थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंगलवार सुबह अपने आधिकारिक आवास एक-अणे मार्ग पर परिवारजनों के साथ छठ पूजा में हिस्सा लिया। राजधानी में कई अन्य राजनेताओं के आवासों पर भी श्रद्धा और उत्साह के साथ छठ पर्व मनाया गया। चार दिवसीय पर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर को ‘नहाय-खाय' के साथ हुई थी। यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को, दीवाली के छह दिन बाद मनाया जाता है।

