‘वंदे मातरम् का विरोध करने वालों की भारत में जगह नहीं’, CM योगी ने कहा- कांग्रेस ने सरदार पटेल को नहीं दिया सम्मान
punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 02:19 PM (IST)
बाराबंकी ( अर्जुन सिंह ): बाराबंकी के फतेहपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 1734 करोड़ रुपये की 254 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और तथाकथित सेक्युलर नेताओं पर तीखा हमला बोला।
सीएम योगी ने कहा कि “जब आजादी का आंदोलन चल रहा था तब 15 राज्यों ने सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम का प्रस्ताव प्रधानमंत्री के लिए भेजा था, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया।” उन्होंने कहा कि “कांग्रेस ने लौह पुरुष को वह सम्मान कभी नहीं दिया जिसके वे हकदार थे।”
उन्होंने मंच से वंदे मातरम् का विरोध करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि “ऐसे लोगों की भारत में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। वे रहते भारत में हैं, खाते भारत का हैं, लेकिन राष्ट्रगीत गाने में उन्हें दिक्कत होती है। अब देश उनकी मानसिकता को समझ चुका है।”
भारत को एकजुट नहीं देखना चाहते थे ब्रिटिश- CM
सीएम योगी ने कहा कि ब्रिटिश शासन भारत को कभी एकजुट नहीं देखना चाहता था, इसलिए उन्होंने “फूट डालो और राज करो” की नीति अपनाई। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश और मुगल, दोनों ने भारत की एकता को तोड़ने का काम किया, और सबसे दुखद विभाजन 14 अगस्त 1947 को हुआ जब भारत की दो भुजाओं को काटकर पाकिस्तान बना दिया गया।
सरदार पटेल की सूझबूझ से 563 रियासतें शांतिपूर्वक भारत में विलय हुईं
योगी ने कहा कि सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और सूझबूझ से भारत की 563 रियासतें शांतिपूर्वक भारत में विलय हुईं, वरना देश टुकड़ों में बंट गया होता। उन्होंने बताया कि हैदराबाद का निजाम और जूनागढ़ का नवाब भारत में शामिल नहीं होना चाहते थे, लेकिन पटेल ने साफ कहा कि “बातों से नहीं मानोगे तो दूसरे तरीके भी हैं”, जिसके बाद दोनों पाकिस्तान भाग गए।
महमूदाबाद का इतिहास आंखे खोलने वाला है- CM
सीएम ने आगे कहा कि महमूदाबाद (पूर्व में मोहम्मदाबाद) का इतिहास भी देश को आंखें खोलने वाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि “महमूदाबाद का नवाब मुस्लिम लीग का कोषाध्यक्ष था और भारत की संपत्ति को पाकिस्तान के पक्ष में इस्तेमाल कर रहा था।” योगी ने कहा कि सेक्युलरिज्म की आड़ में ऐसे लोगों की सच्चाई छिपाई जाती रही है, अब यह नहीं चलेगा।

