लकीर का फकीर बनने से कुछ नहीं होता, लीक से हटकर जो चलेगा वहीं कुछ करेगा: CM योगी
punjabkesari.in Friday, May 23, 2025 - 12:34 PM (IST)

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज भगवान राम की नगरी अयोध्या दौरे पर हैं। निधारित समय पर सीएम योगी का हेलिकॉप्टर राम कथा पार्क पर लैंड हुआ। उसके बाद सीएम योगी हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन पूर्जन किए। बाद हनुमानगढ़ी में नवनिर्मित 5000 लोगों की क्षमता वाले हनुमत कथा मंडपम का लोकार्पण करेंगे। इस दौरान उनका संबोधन भी होगा।
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की पावन जन्मभूमि श्री अयोध्या धाम में 'श्री हनुमत कथा मण्डपम' के लोकार्पण समारोह में... https://t.co/d7fVyqr1ir
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 23, 2025
हनुमानगढ़ी में हनुमत कथा मण्डपम बुद्धि और शक्ति का संगम
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या धाम में जब कोई आता है तो रामदरबार हनुमानगढ़ी और सरयू तट पर जरूर जाता है। हनुमानगढ़ी में हनुमत कथा मण्डपम बुद्धि और शक्ति का संगम बन गया है। उन्होंने कहा कि लीक से हटकर जो चलेगा वही कुछ कर पायेगा, हमे आज के अनुरूप खुद को तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि सैकड़ो वर्षो बाद हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन की रामलला दर्शन करने के लिए शोभायात्रा निकल। यह समय सनातन धर्म के लिए महत्वपूर्ण समय है,न भूतो न भविष्यति समय है, पिछली सरकारों के लिए जो असम्भव था,वही आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार अयोध्या के वैभव को वापस दिला रही है।
अयोध्या एक गुमनामी के रूप में खुद के अस्तित्व के लिए जूझ रही थी
आज अयोध्या के नाम से लोगो के मन नया उत्साह देखने को मिलता है। अयोध्या के लिए जब हमने कार्य शुरू किया तो अयोध्यावासियों ने धैर्य का प्रदर्शन किया कोई विरोध नही हुआ,जैसे सेतु बनाने के लिए गिलहरी ने योगदान दिया वैसे ही यहां के वासियों ने योगदान दिया। गोरक्षपीठ से जब हम पिछली तीन पीढ़ियों से यहां आते थे तो यहां अव्यवस्था होती थी,अयोध्या एक गुमनामी के रूप में खुद के अस्तित्व के लिए जूझ रही थी। आज अयोध्या ने दुनिया जो दीपावली का त्योहार दिया,भगवान श्रीराम के लंका विजय से विजयदशमी होती है।
सौगन्ध राम की खाई... मंदिर वही बनाएंगे
हमने यहां दीपोत्सव की शुरुआत की,2020 में रामजन्मभूमि का फैसला आया। इसके बाद अयोध्या राममंदिर भूमिपूजन के लिए पहली बार कोई प्रधानमंत्री यहाँ आये। इससे पहले कई बार कार्यक्रम बना लेकिन मोदी जी ने कहा सौगन्ध राम की खाई है मंदिर वही बनाएंगे,तभी आएंगे। महाकुंभ में आपने देखा जो भी सनातन धर्मावलंबी प्रयागराज आया वो अयोध्या जरूर आया,कोई भी दुनिया के किसी कोने से भारत आया तो अयोध्या जरूर पहुंचा। जैसे काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन से पहले काल भैरव के दर्शन करते है,उसी तरह अयोध्या में रामलला दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन करने से पुण्य फलित होता है। आज दस वर्ष बाद अयोध्या आने वाला श्रद्धालु चकित रह जाता है क्या ये वही अयोध्या है जो दस वर्ष पहले था।
समारोह में हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास,चारो पट्टी के महंत और सरपंच सहित कई लोग कार्यक्रम में शामिल रहेंगे। संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी महंत संजय दास ने बताया कि हनुमत कथा मंडपम अनेक विशेषताओं वाला है। इसके प्रवेश द्वार के शिखर पर हनुमंत लला की दिव्य मूर्ति है। उत्तरी व दक्षिणी कोने में जगतगुरु रामानंदाचार्य की मूर्ति और धनुष बाण बनाए गए हैं। यह 17 हजार वर्ग फीट में विशाल सभागार एक साथ 5000 लोगों के बैठने का इंतजाम वाला है। केवल 1000 वर्ग फीट में आकर्षक मंच बना है। जिसके पीछे राम दरबार बना हुआ है। इसके 16 आधुनिक व सुविधा युक्त कमरे वाला अतिथि गृह भी है।