''एक बच्चा मर गया तो क्या हुआ? हजारों जिंदा हैं, लड्डू खाइए'', दो नवजातों की मौत पर CMO का शर्मनाक बयान, अवैध नर्सिंग होम की लापरवाही से गई मासूमों की जान
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 04:04 PM (IST)

गोंडा (ओम चन्द शर्मा) : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की सीएमओ रश्मि वर्मा की संवेदनहीनता और अमानवीयता का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। उन्होंने दो नवजातों की मौत पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। अक्सर ऐसे शब्द तब निकलते हैं जब भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारियों की संवेदनशीलता मर जाती है। ऐसे शब्द तब निकलते हैं जब अधिकारी अमानवीय हो जाते हैं।
अवैध नर्सिंग होम की लापरवाही से दो नवजातों की मौत
दरअसल कल शाम गोंडा से एक बड़ी खबर आई। शहर के बीचों-बीच अवैध तरीके से संचालित एक नर्सिंग होम में दो नवजात बच्चों की मौत हो गई। नर्सिंग होम में बच्चों की मौत के बाद परेशान परिजन रोने बिलखने लगे और नर्सिंग होम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। हंगामे के बाद भाजपा कार्यालय के पास स्थित इस नर्सिंग होम पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और कार्यवाही करते हुए अस्पताल को सील कर दिया।
जगह न होने की बात कहकर नवजात को किया रेफर
बताया जा रहा है यहां पर कटरा बाजार रहने वाले विनय सिंह की पत्नी ने एक सितंबर को कटरा बाजार सीएचसी में बच्चे को जन्म दिया था। नवजात की हालत बिगड़ने पर उसे महिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन जगह न होने की बात कहकर रेफर कर दिया गया। इसके बाद बच्चे को जानकी नगर स्थित इस अवैध अस्पताल में तैनात अज्ञात कर्मचारी और दलालों ने भर्ती कराने को कहा। नवजात की स्थिति देखते हुए परिजनों ने इन दलालों की बात मान ली। जहां इलाज के दौरान नवजात की मौत हो गई।
एक घंटे में दो नवजात की मौत से शहर में सन्नाटा
वहीं दूसरी तरफ सतई पुरवा के रहने वाले मोहित की पत्नी ने 5 सितंबर को जिला महिला अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। बच्चा बीमार पड़ा तो उसे भी इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन वह भी बच नहीं सका। एक ही नर्सिंग होम में एक ही घंटे के अंदर दो नवजात की मौत से पूरे शहर में एक सन्नाटा सा पसर गया। जिसने भी यह खबर सुनी वह निशब्द हो गया।
CMO के शब्दों ने पूरे गोंडा को झकझोर कर रख दिया
हालांकि मामला सामने आने पर सीएमओ रश्मि वर्मा ने कहा कि एक बच्चा मर गया तो उसके लिए सब आ गए, हजार जिंदा हैं लड्डू खाने चाहिए। सीएमओ के शब्दों ने दोनों परिवार सहित पूरे गोंडा के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। ऐसा अमानवीय और संवेदनहीन बयान सुनकर हर कोई स्तब्ध है। सवाल उठ रहा है कि जब जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था के जिम्मेदार अधिकारी इस तरह का बयान देंगे, तो आम जनता की पीड़ा को कौन समझेगा?
CMO पर सातों विधायकों ने लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप
यह वही सीएमओ रश्मि वर्मा हैं, जिन पर पहले भी गोंडा के सातों विधानसभा के विधायक भ्रष्टाचार और मनमानी के गंभीर आरोप लगा चुके हैं। सीएमओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, लेकिन सीएमओ यह नहीं बता पाई कि नर्सिंग होम का संचालन कौन कर रहा था। ना ही वह ये बता पाईं कि नर्सिंग होम में कौन सा डॉक्टर इलाज कर रहा था।