नेताओं का अचानक जगा कुशीनगर प्रेम! कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मस्जिद ध्वस्तीकरण को बताया गैरकानूनी, ‘सरकार संभल जैसी स्थिती पैदा करना चाहती है’
punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2025 - 01:22 AM (IST)
Kushinagar News, (अनुराग तिवारी): इन दिनों यूपी के कुशीनगर में मदनी मस्जिद मामले को लेकर सियासती बयार तेज हो चली है। कारण है अचानक नेताओं का कुशीनगर प्रेम जगना। 9 फरवरी को प्रशासन ने मदनी मस्जिद के अवैध हिस्से पर बुलडोजर की कार्रवाई की। इस कार्रवाई के बाद शुरू हुआ सियासत का खेल। 11 फरवरी को सपा का डेलिगेशन नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव के नेतृत्व में 18 सदस्यों का दल कुशीनगर पहुंचा और मुस्लिम पक्षकारों से मिले। साथ ही मस्जिद में जाकर मामले की जानकारी भी ली। दूसरे दिन यूपी कांग्रेस का डेलिगेशन प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कुशीनगर पहुंचा। अजय राय ने इस कार्रवाई को सीएम योगी के आदेश पर की गई कार्रवाई बताया।
मदनी मस्जिद का पूरा मामला
बता दें कि हाटा नगर पालिका क्षेत्र के हिन्दू वादी नेता रामबचन सिंह और पूर्व विधायक पवन केडिया ने सीएम से मस्जिद के अवैध होने की शिकायत की थी, जिसके बाद 18 दिसंबर 2024 को प्रशासन ने जांच शुरू किया था। जांच में मस्जिद स्वीकृत नक्शे से अधिक बनी मिली थी। मस्जिद के पक्षकारों ने हाईकोर्ट से 8 फरवरी तक का स्टे लिया था। स्टे खत्म होने के बाद 9 फरवरी को प्रशासन का बुलडोजर चला था। बुलडोजर की कार्रवाई के बाद अब सपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने कुशीनगर का रुख कर दिया है। सपा के अब यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय हाटा के मदनी मस्जिद पहुंचे। यहां पहुंचते ही उन्होंने मस्जिद के टूटे हिस्से को देखा और स्थानीय मुस्लिम पक्षकारों से बातचीत किए। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है कि योगी सरकार ने पवित्र स्थान को तोड़ा है। बिना बात के केवल अपनी नाकामियों और कमियों को छिपाने के योगी सरकार जान बूझ कर इस तरह की कार्रवाई कर रही है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी के इशारे पर की गई है। सरकार संभल जैसी स्थिती पैदा करना चाहती है।
इस पूरे मामले में कुशीनगर जिला प्रशासन के पक्ष को देखें तो हाटा में स्थित मदनी मस्जिद के मानचित्र की स्वीकृति नगर पालिका परिषद हाटा द्वारा 25 सितंबर 1999 को की गयी। स्वीकृत मानचित्र में मस्जिद को गाटा संख्या-208 पर रकबा-7080.50 वर्गफीट पर निर्माण की अनुमति प्रदान की गयी थी। मस्जिद द्वारा अवैध निर्माण की शिकायत प्राप्त होने पर नगर पालिका परिषद, हाटा द्वारा 21 दिसंबर 2024 को अवैध निर्माण के सम्बन्ध में अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए नोटिस दिया गया, जिसके जवाब के लिए जाकिर अली द्वारा अतिरिक्त समय की मांग की गयी थी। इसके बाद दूसरा नोटिस 08 जनवरी 2025 को मदनी मस्जिद प्रबन्धन को दी गयी। इस क्रम में नगर पालिका परिषद हाटा द्वारा अवैध निर्माण के सम्बन्ध में दी गयी नोटिस के विरूद्ध अजमतुन निशा पत्नी हाजी हामिद अली व अन्य द्वारा उच्च न्यायालय में योजित रिट याचिका संख्या-127/2025 दायर की गयी, जिसमें उच्च न्यायालय द्वारा 08 जनवरी 2025 को पारित आदेश में निर्धारित समय सीमा एवं प्रक्रिया का अनुपालन किया गया और मस्जिद प्रबन्धन को साक्ष्य प्रस्तुत करने का पर्याप्त अवसर दिया गया।
मस्जिद प्रबन्धन द्वारा 16 जनवरी 2025 को सुनवाई हेतु लिखित प्रतिउत्तर एवं व्यक्तिगत सुनवाई के बाद हाटा नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी द्वारा 23 जनवरी 2025 को स्वीकृत मानचित्र के अतिरिक्त निर्मित 6555 वर्गफीट एरिया को अवैध घोषित किया गया और अवैध निर्माण को 15 दिनों में हटाने का आदेश दिया गया था। मस्जिद प्रबन्धन द्वारा अवैध निर्माण को न हटाये जाने पर नगर पालिका परिषद, हाटा द्वारा 09 फरवरी को मस्जिद के अवैध हिस्से का ध्वस्तीकरण कर दिया गया। इस कार्रवाई के बाद अब नेताओं का अचानक कुशीनगर का प्रेम जाग चुका है और इस मामले को सियासी रूप दिया जाने लगा है।