कोरोना संक्रमित को नहीं मिला स्ट्रेचर तो ने भाई कंधे पर लादकर पहुंचा मेडिकल कॉलेज फिर भी मौत
punjabkesari.in Tuesday, May 11, 2021 - 05:54 PM (IST)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर तमाम तरह के दावे कर रही है। कोरोना से संक्रमित मरीजों को बचाने के लिए सभी सुविधाएं होने का दावा किया जा रहा है। परंतु गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसने सभी के दिलो को झकझोर कर रख दिया है। वहीं कि जब खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेडिकल कॉलेज के अंदर मरीज और उनके परिजनों से हाल-चाल पूछ और व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे। हो उसी वक्त मेडिकल कॉलेज के बाहर स्ट्रक्चर ना मिलने की वजह से एक भाई अपने कोरोना पीड़ित भाई को कंधे पर रखकर मेडिकल कॉलेज के अंदर इलाज के लिए ले जा रहा था। परंतु लचर व्यवस्था की वजह से उसकी मौत हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, भटहट के धोरकीमागी का रामबदन साहनी तीन दिन पहले हैदराबाद से घर लौटा था। दो दिन से उसकी तबीयत खराब थी। । परिजनों ने एम्बुलेंस के लिए कई बार फोन किया। लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई। सोमवार की सुबह छोटे भाई विष्णु ने एक बार फिर एम्बुलेंस बुलाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इस बीच रामबदन की हालत खराब होने लगी। इसके बाद विष्णु दोस्त की मदद से बड़े भाई को बाइक से ही लेकर बीआरडी के 300 बेड वाले कोविड वार्ड लेकर पहुंच गया। बीआरडी पहुंचते रामबदन की हालत काफी गंभीर हो गई। इस दौरान उसने भाई को बचाने के लिए कंधे पर लाद लिया और वार्ड में लेकर चल दिया लेकिन उसे समय सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाई जिससे उसकी मौत हो गई।
बता देगी 300 बेड का कोविड वार्ड जिस भवन में है उसका पोर्टिको काफी ऊंचाई पर है। एंबुलेंस तो पोर्टिको तक पहुंच जाती है लेकिन मरीज लेकर बाइक से वहां तक नहीं पहुंचा जा सकता है। ऐसे में वहां स्ट्रक्चर की जरूरत थी लेकिन स्ट्रेचर मरीज को मिटाने के लिए नहीं मिला। लिहाजा तस्वीरों में आप साफ़ देख सकते हैं कि किस तरह से भाई अपने भाई को कंधे पर लाद की ले जा रहा है