आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर खतरनाक गिरोह का अंत: 8 दिन में 2 कैब चालकों की हत्या करने वाले गिरोह का सरगना गुरुसेवक एनकाउंटर में ढेर
punjabkesari.in Monday, Oct 13, 2025 - 08:20 AM (IST)
Lucknow News: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर बीते रविवार रात हुई मुठभेड़ में 6 दिन के भीतर 2 कैब चालकों की हत्या कर उनकी कार लूटने वाले गिरोह के मुखिया गुरुसेवक को पुलिस ने मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान गुरुसेवक ने पुलिस टीम पर तीन बार फायरिंग की। उसके पास से कई कारतूस, दो असलहे और शाहजहांपुर में लूटी गई एक कार भी बरामद हुई है।
पुलिस ने पहले भी दी थी इनाम की घोषणा
शाहजहांपुर पुलिस ने गुरुसेवक के खिलाफ 50 हजार और लखनऊ पुलिस ने 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। वहीं, रविवार को ही गुरुसेवक के साथी विकास को दुबग्गा चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। विकास पर 25 हजार रुपए का इनाम था।
मुठभेड़ की पूरी घटना
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार रात अजय नाम के बदमाश को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था। उसी समय गुरुसेवक अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया था। इसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। रविवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि गुरुसेवक अपने एक साथी के साथ कार लेकर शाहजहांपुर की तरफ जा रहा है। पुलिस ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट की सर्विस लेन पर चेकिंग शुरू की। जब गुरुसेवक वहां से गुजरा, तो पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की। इस पर गुरुसेवक ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस गोलीबारी में क्राइम टीम के प्रभारी शिवानंद मिश्रा और हेड कांस्टेबल अतुल पांडेय की बुलेटप्रूफ जैकेट पर एक-एक गोली लगी। एक गोली पुलिस की गाड़ी पर भी लगी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें गुरुसेवक मारा गया, लेकिन उसका साथी भागने में सफल रहा।
कैब चालकों की हत्या और कार लूट का खुलासा
डीसीपी ने बताया कि गुरुसेवक ने 29 सितंबर को पारा क्षेत्र से कैब बुक की थी। इस दौरान कैब चालक योगेश पाल की हत्या कर शव सीतापुर में फेंक दिया था। इसके बाद 6 अक्टूबर को गुरुसेवक और उसके गिरोह ने पुवायां से सितारगंज (उत्तराखंड) तक जाने के लिए कैब चालक अवनीश दीक्षित की कार बुक की। उन्होंने अवनीश की हत्या कर उसकी कार भी लूट ली और शव शाहजहांपुर-बरेली मार्ग पर फेंक दिया। गिरोह के अन्य बदमाशों की तलाश जारी है। गुरुसेवक के खिलाफ 8 से ज्यादा लूट और हत्या के मामले दर्ज हैं।
विकास की गिरफ्तारी
डीसीपी ने बताया कि रविवार को दुबग्गा चौराहे के पास से हरदोई के रहने वाले विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया। विकास पर हरदोई में 2 और लखनऊ में 3 मामले दर्ज हैं। यह कार्रवाई पुलिस की कड़ी मेहनत और अपराधियों के खिलाफ सख्ती का नतीजा है। बाकी गिरोह के सदस्यों की भी जल्द गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

