रामपुर : पसमांदा सम्मेलन में बोले डिप्टी सीएम अगर मुस्लिम भाजपा से जुड़ेंगे तो पार्टी उनकी आवाज हर मंच पर उठाएगी
punjabkesari.in Saturday, Nov 12, 2022 - 06:26 PM (IST)

रामपुर (रवि शंकर) : उत्तर प्रदेश में गैर जाटव दलित व गैर यादव ओ बी सी समाज को अपने साथ जोड़कर यूपी और केंद्र में दो बार सरकार बनाने के बाद भारतीय जनता पार्टी की नजर अब ऐसे मुसलमानों पर हैं। जो या तो विपक्षी पार्टियों से लगाव रखते हैं या फिर विकास के क्षेत्र में काफी पिछड़ चुके हैं। ऐसे में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने आज रामपुर पहुंचकर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के द्वारा आयोजित अल्पसंख्यक पसमांदा सम्मेलन में शिरकत किया। इस दौरान डिप्टी सीएम केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं योजनाओं के बारे में सम्मेलन में आए मुसलमानों के सामने रखा। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के लाभ में सरकार किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं करती है। यूपी की योगी सरकार उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोगों के विकास के लिए काम करती है। सरकार के लिए मुस्लिम भी उतने ही प्यारे है जितने की अन्य धर्म के लोग है।
समाजवादी पार्टी के गढ़ में भाजपा की हुंकार
रामपुर समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है और आजम खान की विधानसभा सदस्यता जाने के बाद यहां पर उपचुनाव का माहौल है। इसी को लेकर भाजपा ने मुस्लिमों की तरफ रुख करते हुए रामपुर में पसमांदा सम्मेलन के लिए इस जिले को चुना है। कारण साफ है कि यहां पर भाजपा के बड़े मुस्लिम चेहरे मुख्तार अब्बास नकवी को यहां की जनता ने सर माथे पर बैठा कर लोकसभा की कुर्सी तक पहुंचाया था। महात्मा गांधी स्पोर्ट्स स्टेडियम में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली की अगुवाई में अल्पसंख्यक पसमांदा सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इकट्ठा हुए। इस पसमांदा सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक व पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी एवं सरदार बलदेव सिंह औलख मौजूद रहे।
सरकार की योजनाओं में किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने रामपुर में आयोजित पसमांदा सम्मेलन में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि केंद्र एवं उत्तर प्रदेश की सरकार में संचालित योजनाओं में धर्म के आधार पर किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। हमारी सरकार ने सबको बराबरी का हक दिया है। ऐसे में पसमांदा मुस्लिमों के बारे में भी दोनों सरकारें काफी कुछ सोच रही हैं। अगर पसमांदा मुस्लिम भाजपा से जुड़ते हैं तो वह वादा करते हैं कि उनको किसी तरह की कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी और उनकी बात प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी।