कौशांबी में डायरिया का कहर, चपेट में आने से 2 मासूमों की मौत, दर्जनों लोग अस्पताल में भर्ती

punjabkesari.in Wednesday, Aug 03, 2022 - 11:08 AM (IST)

कौशांबी: जिला में चायल कस्बा में डायरिया बीमारी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। दो मासूमों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग बीमार हैं। बताया जा रहा है एक हफ्ते से बीमारी की चपेट में लोग हैं, लेकिन मासूम बच्चों की मौत के बाद ही स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली। सोमवार को चायल के मोहल्लों में टीम ने जाकर दवा का छिड़काव कराया और बीमारों को दवाएं दीं जा रही है।

चायल नगर पंचायत में एक हफ्ते से डायरिया बीमारी फैली है। इस बीमारी की चपेट में अब तक दर्जनों  लोग चपेट में है। सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए लोग ठीक होकर घर आ गए हैं। वहीं दर्जनों लोग अभी भी अस्पतालों में भर्ती है। बीमारी की चपेट में आने से चायल के वार्ड नंबर सात की श्रृष्टि (02) पुत्री शिवचंद्र और वार्ड नंबर चार में सुशील (04) पुत्र सुरेश की मौत हो चुकी है। इनके अलावा कस्बे के प्रिंस, अनवारी बेगम, संतरा देवी, चांदनी देवी, अनुराग, अर्पित, शर्मिला देवी, मीना देवी, काजल, सुरेखा, कोमल देवी, शालिनी, सोनम आदि लोग बीमार हैं। बच्चों की मौत के बाद सीएचसी चायल के डॉक्टरों की नींद खुली। सोमवार की सुबह प्रभारी डॉ. मुक्तेश द्विवेदी के निर्देश पर डॉक्टर टीम लेकर चायल के अजमतगंज, अम्बेडकर नगर, गांधी नगर, नईम मियां का पूरा मोहल्ला पहुंचे। टीम ने दवा का छिड़काव कराया। बीमारों का परीक्षण किया गया। इसके बाद उनको दवाएं दी गई। 

बच्चों की मौत से सहमे कस्बे के लोग 
चायल में डायरिया बीमार ने पांव पसार दिया है। जल भराव, गंदगी और दूषित पानी की वजह से बीमारी बढ़ती जा रही है। श्रृष्टि और सुशील की मौत के बाद से कस्बे के लोग सहमे हुए हैं। सबसे ज्यादा अजमतगंज, गांधी नगर, अंबेडकर नगर और नईम मियां का पूरा मोहल्ला प्रभावित हैं। बीमारों के परिजनों को अब चिंता सताने लगी है। वह निजी अस्पतालों की ओर भाग रहे हैं। 

120 लोगों की हुई जांच 
अफसरों के निर्देश पर चायल के सबसे ज्यादा प्रभावित मोहल्लों में सोमवार को डॉक्टरों की टीम भेजी गई। डायरिया बीमारी से ही लोग बीमार मिले। टीम ने 120 लोगों की जांच की। साथ ही उन्हें डायरिया बीमारी से बचाव का तरीका बताया। लोगों को साफ सफाई से रहने की सलाह दी गई। वहीं नगर पंचायत के कर्मचारियों को दवा का नियमित छिड़काव करने के लिए कहा गया। 

सुष्पेंद्र कुमार (मुख्य चिकित्साधिकारी)  ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है और हमारे विभाग द्वारा कला और आज दोनों दिन में टीम भेजी गई है इसमें 12 लोग मिले हैं जिनको दस्त की शिकायत पाई गई है और उनको उपचारित कर दिया गया है। जांच में यह पता चला है कि जो पानी की सप्लाई होती है उसकी जो टंकियां है वह टूटी हुई है जिसकी वजह से दूसरा पानी मिल जा रहा है और वह सप्लाई हो रहा है और वह दूषित पानी पीने की वजह से लोगों में दस्त डायरिया उल्टी इस तरह की केसेस मिल रहे है हमारी विभाग द्वारा सभी को संरक्षण दिया गया है सभी वार्ड में जाकर जो ट्रीटमेंट की स्कैनिंग की गई है वह दस्त से पाए गए हैं उनका इलाज किया जा रहा है। जो वार्ड हैं जहां पर मिल रहे हैं केसेस वहां पर कोइड टेबलेट का वितरण किया गया है  ब्लीचिंग डलवाए जा रहा है दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है स्वास्थ्य शिक्षा दी जा रही है बताया जा रहा है कि कोई को दस्त से समस्या है कोई तकलीफ हो तो वहां पर हमारी एक समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चायल में वहां अपना इलाज करा सकते है।

 

 


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Content Writer

Ajay kumar

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